
गाजीपुर। दिलदारनगर नगर थाना क्षेत्र के उसिया गांव निवासी 42 वर्षीय पुलिसकर्मी मुंशी यादव ने खौफनाक कदम उठाते हुए पत्नी और तीन बच्चों पर धारदार हथियार से हमला करने के बाद खुद ट्रेने के आगे कूदकर जान दे दी। घटना शनिवार भोर की है। पारिवारिक कलह से ऊबकर सिपाही ने यह कदम उठाया। घायलावस्था में सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पत्नी की मौत हो गई और तीनों बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। घटन से गांव मंे मातम पसरा हुआ है। वहीं पुलिस टीम मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
उसिया गांव निवासी कांस्टेबल मुंशी यादव (42) प्रयागराज में तैनात था। उसका स्थानांतरण बीते जनवरी माह में फत्तेहपुर हुआ था। वह वहां पुलिस लाइन में आमद कराकर बीमारी दिखाकर विगत पांच जनवरी से ही मेडिकल लीव पर घर आ गया था। वह अपने परिवार के साथ रात में छत पर सोया था। भोर में किसी बात को लेकर पत्नी रीना देवी (38) से कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई की गुस्से में आकर सिपाही मुंशी ने अपनी पत्नी के सिर और गले पर धारदार हथियार से वार कर दिया। चीखने-चिल्लानेे की आवाज सुनकर पुत्री नेहा (16), रीतू (13), नीतू (10) और वर्षा (8)की नींद टूट गई। उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया। मुंशी पर जैसे खून सवार हो गया था। उसने सो रही पुत्री सुधा (6), कृष्णा (2) और श्याम (7) पर भी जानलेवा हमला कर दिया। हो-हल्ला सुनकर आरोपित के बड़े भाई की पत्नी जैसे ही घटना स्थल पर पहुंची सभी को लहूलुहान देखकर बेहोश होकर गिर पड़ी। वारदात को अंजाम देने के बाद सिपाही मुंशी यादव ने ककरही डेरा के सामने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दी। जहां पत्नी रीना देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं सुधा, कृष्णा और श्याम की हालत नाजुक बनी हुई है।