
चंदौली। कुछ लापरवाह अधिकारियों के चलते ही अन्न उगाने वाला किसान आंदोलन की राह चल पड़ा है। एक बानगी चंदौली में भी देखने को मिली। अधिकारियों की टीम ने धान खरीद का हाल जानने को रविवार को क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया तो कई केंद्र बंद मिले। शिकायत के बाद जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ने एक जिला प्रभारी और तीन क्रय केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
अधिकारियों की टीम ने रविवार को बबुरी स्थित केआरबी एजेंसी के क्रय केंद्र का जायजा लिया। इस दौरान केंद्र बंद मिला। यही हाल दिघवट क्रय केंद्र का भी था। यहां भी केंद्र पर ताला लटकता मिला। जबकि पांडेयपुर के केंद्र प्रभारी किसानों को यह कहकर वापस लौटा रहे थे कि केंद्र पर न तो बोरा है ना ही वेट मशीन। बहरहाल डिप्टी आरएमओ ने केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इसके साथ ही यूपीएसएस के जिला प्रभारी के खिलाफ भी एफआईआर कराई गई है। दरअसल किसान क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं होने और बदहाली की लगातार शिकायत जनप्रतिनिधियों से कर रहे थे। जनप्रतिनिधियों ने भी कई केंद्रों का जायजा लिया तो स्थिति संतोषजनक नहीं मिली। शिकायत जब जिलाधिकारी और अन्य आलाधिकारियों तक पहुंची तब टीम गठित कर केंद्रों का निरीक्षण कराया गया। वैसे भी जिले में खरीद की हालत काफी खराब है। 1.95 लाख टन धान खरीद के लक्ष्य के सापेक्ष 500 किसानों से तीन हजार टन धान ही खरीदा गया है। जबकि 22 हजार किसानों ने पंजीकरण कराया है।