तरुण भार्गव
चंदौली। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने गुरुवार को चकिया जिला संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल में चिकित्सकों की उपस्थिति और स्वास्थ्य सुविधाएं देखी। मरीज के तीमारदारों ने फार्मासिस्ट पर प्लास्टर लगाने के 270 रुपये सुविधा शुल्क लेने का आरोप लगाया। इस पर डीएम ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल से काफी समय से अनुपस्थित चिकित्सकों की रिपोर्ट तलब की।
डीएम ने एक्स-रे कक्ष, पुरुष व महिला वार्ड, औषधि भंडार, पंजीकरण कक्ष, ऑपरेशन कक्ष सहित अन्य कक्षों का निरीक्षण कर मशीनों एवं फाइलों का रखरखाव देखा। कहा कि फाइलों को सुव्यवस्थित ढंग से रखा जाए। चिकित्सा उपकरणों का समुचित प्रयोग करें। मेडिसिन स्टोर में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित रहे। भीसमपुर गांव निवासी मरीज नैना के परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल के फार्मासिस्ट मनीष कुमार ने प्लास्टर लगवाने के लिए 270 रुपये ले लिए, लेकिन कोई रसीद नहीं दी। डीएम ने सीएमएस को जांच कर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। कहा कि इलाज के नाम पर अस्पताल में धन उगाही का मामला संज्ञान में आया तो संबंधित को बख्शा नहीं जाएगा। बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीएन यादव के लंबे समय से गायब रहने और चर्म रोग विशेषज्ञ डा. पूर्णिमा के ज्वाइन करने के बाद से ही अनुपस्थित रहने पर नाराजगी जताई। सीएमएस से लंबे समय से अनुपस्थित चिकित्सकों की रिपोर्ट तलब की। कहा कि बिना उचित कारण के चिकित्सकों के अनुपस्थित रहने का मामला बेहद गंभीर है ,कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उपस्थिति पंजिका के अवलोकन पर डा. एसके सिंह व डा. अनूप कुमार अनुपस्थित पाए गए। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। डीएम ने बताया कि अनुपस्थित/अनियमित रहने वाले चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई व ऐसे समस्त प्रकरण को लेकर आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश सीएमएस को दिए गए हैं। ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीएमओ डा. वाईके राय समेत अन्य रहे।