चंदौली। कारवां गुजर गया गुबार देखते रहे…। जी हां सीएम योगी आदित्यनाथ के चंदौली दौरे की सरगर्मियां अभी भी बनी हुई हैं। खूबियों-खामियों को लेकर लोगबाग चर्चा कर रहे हैं। एक चर्चा यह भी कि सीएम के कार्यक्रम में जिले के बड़े जनाधार वाले नेताओं की बेकदरी की गई। उन्हें मंच से दूर रखा गया। सीएम के कार्यक्रम में सैकड़ों की भीड़ लेकर गए बड़े नेता खुद भी भीड़ का हिस्सा बनकर रह गए। जबकि वर्षों पहले भूतपूर्व हो चुके कई नेता सीएम के इर्द-गिर्द मंडराते रहे बल्कि मंच पर कुर्सियों पर कूल्हे टिकाए रहे।
जनाधार वाले नेताओं को मंच से रखा गया दूर
एक वर्ष पहले तक जिले की समस्याओं को सदन में उठाने वाली पूर्व विधायक साधना सिंह को सीएम के मंच पर जगह नहीं मिली। इसके पहले शायह ही कभी ऐसा देखने को मिला हो। पूर्व विधायक भीड़ का हिस्सा बनकर रह गईं। इससे साधना सिंह के समर्थकों में रोष है तो पूर्व विधायक खुद भी काफी आहत हैं। कुछ ऐसी ही उपेक्षा वरिष्ठ नेता सूर्यमुनी तिवारी की भी की गई। दो दफा विधान सभा का चुनाव लड़ चुके सूर्यमुनी तिवारी सैकड़ों समर्थकों के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि सीएम के साथ मंच साझा करने का मौका मिलेगा। लेकिन उनकी आशा भी निराशा में बदल गई। इसके उलट वे लोग सीएम के मंच पर हावी रहे जो काफी पहले ही भूतपूर्व हो चुके हैं। कभी एक चुनाव तक नहीं लड़े। एक भूतपूर्व तो जिला पंचायत का चुनाव तक हार गए। लेकिन सीएम के मंच पर उन्हें सम्मान के साथ जगह दी गई। लोगों का कहना है कि यह नई परंपरा आने वाले चुनावों में बीजेपी के लिए घातक साबित हो सकती है।