वाराणसी : राजघाट सर्व सेवा संघ का भवन परिसर खाली कराने के विरोध में गुरुवार को कचहरी वरुणापुल स्थित शास्त्री घाट पर जन प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया। सभा में शामिल किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्वजों की कोशिशों से बना यह संस्थान धरोहर है। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग धरोहर और विरासत शब्द का मतलब नहीं जानते हैं। खुद को हिंदू बोलने वाले, हिंदू शब्द का मतलब नहीं जानते हैं।
भाजपा और आरएसएस पर तंज कसते हुए टिकैत ने कहा कि आने वाले सर्दियों में एक बार फिर सड़क को गर्म करना होगा। जरूरी नहीं है कि हमारी ट्रैक्टर सिर्फ दिल्ली की ओर ही जाएं, जरूरत पड़ने पर उसे वाराणसी की तरफ भी मोड़ लाएंगे।
सभा में शामिल सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने भी सरकार को निशाने पर लेकर कहा कि संसद बहुत बड़ी है पर संसद से बड़ी सड़क है। बनारस में गांधी की विरासत सर्व सेवा संघ 70 साल से मौजूद है। सरकार कहती है संघ ने कब्जा कर रखा है। यह गैरकानूनी है। सवाल जमीन का नहीं गांधी की विरासत का है।
सभा में शामिल मेधा पाटकर ने कहा कि आज गांधी सत्याग्रह की सबसे ज्यादा जरूरत है। अगर गंगा को बचाना चाहते हैं तो सर्व सेवा संघ को बचाना होगा। मेधा पाटकर ने कहा कि सर्व सेवा संघ की जमीन को कब्जा करने वाले पूरे देश में एयरपोर्ट फ्लाईओवर के नाम पर कब्जा करने वाले लोग हैं। ये मजदूर किसान पर सीधा हमला है।
सभा में महिला आंदोलन कारी रंजू सिंह, पूर्व विधायक पंकज पुष्कर, वरिष्ठ गांधीवादी कुमार प्रशांत ने भी सरकार को निशाने पर लिया। सभा का संयोजन गांधीवादी रामधीरज ने किया। सभा में अरुंधति धुरु, फैसल, अफलातून भाई, चंदन पाल, डॉ सुनीलम, प्रो. आनंद कुमार आदि शामिल रहे।