
मिर्जापुर। मां-बाप दोनों कलयुगी निकले। 17 वर्षीय जवान बेटी का गला घोंटकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने आरोपितों को पकड़ा तो दलील दी कि बेटी बदचलन थी। उससे चाल चरित्र के परेशान होकर यह कदम उठाया। घटना जमालपुर थाना क्षेत्र के ग्राम जमालपुर की है। बीते पांच जनवरी को गांव के सिवान में किशोरी का शव मिला था। पुलिस ने जांच पड़ताल की तो हत्यारे मृतका के माता-पिता ही निकले।
पांच जनवरी को राधेश्याम शर्मा के खेत मे एक अज्ञात युवती का शव मिला था। ग्राम चाौकीदार शिवमंगल की प्राथमिक सूचना के आधार पर थाना जमालपुर पुलिस मौके पर पहुंचकर मृतका के शव का निरीक्षण किया तो शव पर चोटों के निशान से यह प्रतीत हुआ कि दुपट्टे से गला कस कर हत्या कर शव को छिपाने की नियत से खेत मे फेंक दिया गया है। भौतिक साक्ष्यों के आधार पर मृतका की शिनाख्त अंजली उर्फ पुष्पा उम्र लगभग-17 वर्ष पुत्री अमरनाथ बियार निवासी जमालपुर के रूप में हुई। पुलिस ने जांच शुरू की तो हत्यारे मृतका के माता-पिता ही निकले। दोनों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि पुत्री अंजली उर्फ पुष्पा उनकी बात न मानकर मनमाने ढंग से रहती थी। किसी भी समय बिना बताए घर से बाहर चली जाती थी। जिससे उसके परिवार की मान मर्यादा धूमिल हो रही थी। बीते दो जनवरी को अंजली रात्रि लगभग 10 बजे बाहर से घूम कर अपने घर वापस आई। पिता अमरनाथ बियार व माता शिवकुमारी ने इतनी रात को घूम कर आने का कारण पूछा तो अंजली ने दो टूक कह दिया कि मैं कुछ भी करूं आप लोगो से क्या मतलब। इसी बात पर पुष्पा व उसके माता-पिता में झड़प हुई। अमरनाथ व शिवकुमारी ने बदनामी से बचने के लिए अंजली की दो जनवरी को ही उसके दुपट्टे से गला कस कर हत्या कर दी और शव को घर मंे रखकर ताला बन्द करके चले गए। इसके बाद चार जनवरी की रात घर वापस आकर योजना के मुताबिक अंजली के शव को ले जाकर ग्राम जमालपुर के सिवान में राधेश्याम शर्मा के खेत में फेंक दिया। आरोपितों को पकड़ने वाली टीम में थानाध्यक्ष विजय कुमार सरोज, सुनील कुमार, राजेश कुमार यादव, सदानन्द यादव आदि शामिल रहे।