वाराणसी। बनारस और गाजीपुर पुलिस की आंख की किरकिरी और कारोबारियों के लिए दहशत का पर्याय बने अपराधी रोशन गुप्ता उर्फ किट्टू का अध्याय अब समाप्त हो चुका है। सन्नी सिंह गिरोह के इस सदस्य को गुरुवार की रात वाराणसी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। किट्टू इस कदर मनबढ़ हो चुका था कि जरा सी बात पर और कुछ पैसों के लिए किसी की भी जान लेना उसके लिए बड़ी बात नहीं थी। बहरहाल पुलिस के हाथ बदमाश की डायरी लगी है। इसमें कई गहरे राज दफन हैं। वहीं एक वसूली लिस्ट भी बरामद हुई है, जिसमें 11 कारोबारियों के नाम लिखे हैं। किससे कितनी रकम लेनी है यह भी दर्ज है। अब पुलिस के लिए जांच का विषय यह है कि ये कारोबारी बदमाश को पैसे देते थे या नहीं। कारण इसमें से किसी ने भी रंगदारी मांगे जाने संबंधी पुलिस को शिकायत नहीं की।
ऊं के साथ शुरू है वसूली लिस्ट
एसएसपी अमित पाठक साफ कर चुके हैं कि कुख्यात बदमाश किट्टू का मुख्य पेशा रंगदारी और भाड़े पर हत्या करना था। उसने एक लिस्ट बनाई थी जिसमें उन कारोबारियों के नाम लिखे हैं जिनसे या तो रकम लेनी थी या ले चुका था। बहरहाल पुलिस ने सूची की वास्तविकता की जांच शुरू कर दी है। सूची में दर्ज अधिकांश नाम सराफा कारोबार से जुड़े हैं। यह सूची ठीक उसी तरह की है जैसे कोई कारोबारी आय-व्यय का हिसाब तैयार करता है।