मीरजापुर। शायद अपना दल एस और भाजपा के बीच की कड़वाहट ही है जो पत्र के जरिए धीरे-धीरे बाहर निकल रही है। मीरजापुर सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जिलाधिकारी को लगातार तीसरे दिन चिट्ठी भेजकर तीखे सवाल पूछे हैं। चार बिंदुओं पर जवाब मांगा है। अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के हमले से प्रशासनिक अमला सकते में है। बहरहाल अपने तीसरे पत्र में भी सांसद ने गोठौरा गांव में 2127 करोड़ रुपये लागत के जल जीवन मिशन कार्यक्रम के शिलान्यास कार्यक्रम का ही जिक्र किया है।
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डीएम से पूछे तीखे सवाल
- सांसद अनुप्रिया पटेल ने डीएम के नाम जारी अपने पत्र में लिखा है कि गोठौरा गांव में शिलान्यास कार्यक्रम नहीं था तो कार्यदायी संस्था मेधा इंजीनियरिंग द्वारा शिलान्यास कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र क्यों छपवाया गया।
- शिलान्यास का शिलालेख क्यों लगवाया गया जिसकी फोटो सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में है।
- अगर शिलान्यास कार्यक्रम नहीं हुआ तो 19 अक्तूबर की आधी रात को शिलालेख क्यों हटाया गया।
- यदि कार्यक्रम हो चुका है जैसा कि सोशल मीडिया और समाचार पत्रों में प्रकाशित है तो दोबारा परियोजना का शिलान्यास मुख्यमंत्री या जल शक्ति मंत्री से कराना क्या गरिमा के अनुकूल होगा।
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राजनीतिक दलों के संबंधों में घुल रही कड़वाहट
अपना दल एस को भाजपा का निकटतम सहयोगी दल माना जाता था। लेकिन एनडीए के दूसरे कार्यकाल में राजनीतिक परिदृश्य काफी बदल चुका है। पहले कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री बनाई गईं अनुप्रिया पटेल को लगातार दूसरी दफा जीतने के बाद मंत्रीमंडल में शामिल नहीं किया गया। इसके बाद से दोनों दलों के बीच जो दूरियां बढ़ीं वह संबंधों की कड़वाहट को बढ़ाती जा रही हैं। अनुप्रिया पटेल जिला प्रशासन पर नजरअंदाज करने का आरोप मढ़ रही हैं और अपने पत्रों के जरिए प्रशासन पर निशाना साध रही हैं।