चंदौली। जब ऐसे कुशल चिकित्सक जिले में ही उपलब्ध हैं तो कहीं और क्यों जाना। चंदौली जिला मुख्यालय पर संचालित सूर्या हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर जिले वासियों के लिए चिकित्सा का प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। अस्पताल के चिकित्सक और बीएचयू ट्रामा सेंटर में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके एमबीबीएस एमएस आर्थो डॉ गौतम त्रिपाठी अब तक 50 से अधिक लोगों का घुटना और कूल्हा बदलकर उन्हें नया जीवन दे चुके हैं। चंदौली ही नहीं बिहार से भी बड़ी संख्या में मरीज अपनी समस्याओं को लेकर आ रहे हैं।
चंदौली चिकित्सा के क्षेत्र में भी समृद्ध बनता जा रहा है। कुशल चिकित्सकों के आने से जिले की अन्य जनपदों पर निर्भरता धीरे-धीरे समाप्त हो रही है। मुख्यालय पर संचालित सूर्या हास्पिटल एंड ट्रामा सेंटर कम समय में चंदौली के उत्कृष्ट चिकित्सा संस्थानों में शामिल हो गया है। कम खर्च में बेहतर इलाज की वजह से लोगों का अस्पताल पर भरोसा बढ़ा है। 92 वर्ष के महेश सिंह अपने कूल्हों का सफल प्रत्यारोपण कराकर अपने पैरों पर चल रहे हैं तो घुटनों से परेशान लक्ष्मण तिवारी अपने दोनों घुटनों का ट्रासप्लांट कराकर चिकित्सक को धन्यवाद देते नहीं थक रहे। यह तो महज बानगी भर है 50 से अधिक लोग अपने घुटनों और कूल्हे का प्रत्यारोपण करा चुके हैं। चिकित्सक डा. गौतम त्रिपाठी बताते हैं कि महंगे इलाज की वजह से लोग घुटनों और कूल्हों का ट्रांसप्लांट कराने में कतराते थे। लेकिन सूर्या हास्पिटल एंव ट्रामा सेंटर में बेहद कर्म खर्च में यह सुविधा उपलब्ध है। डा. ऋषि तिवारी बताते हैं कि अस्पताल में आर्थोपेडिक सर्जरी, आर्थ्रोस्कापी और स्पाइन सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध है।