चंदौली। मनराजपुर कांड में सीबीसीआईडी जांच के बीच एक नया तथ्य सामने आया है। हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में सीबीआई जांच की मांग कर रहे मृत युवती निशा के पिता कन्हैया ने ही मामले की सीबीसीआईडी जांच की लिखित तौर पर मांग की थी। उसने पुलिस को दिए अपने प्रार्थना पत्र में लिखा था कि पूरे मामले की पुलिस नहीं बल्कि सीबीसीआईडी के जरिए जांच कराई जाए। लेकिन जब सीबीसीआईडी जांच शुरू हुई तो कन्हैया सीबीआई जांच की मांग पर अड़ गया है और जांच टीम को सहयोग नहीं कर रहा। खुद एसपी अंकुर अग्रवाल ने इस इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि कन्हैया यादव की मांग पर ही शासन स्तर से सीबीसीआईडी जांच शुरू कराई गई है।
मनराजपुर मामले की सीबीसीआईडी और मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो चुकी है। जबकि विभिन्न राजनीतिक संगठन इस मामले में आंदोलन छेड़ चुके हैं। बहरहाल पिछले दिनों सीबीसीआईडी वाराणसी की तीन सदस्यीय टीम जांच को मनराजपुर स्थित कन्हैया यादव के घर पहुंची तो उसने टीम को यह कहते हुए बैरंग वापस कर दिया कि हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच से कम कुछ भी मंजूर नहीं है। जबकि घटना के बाद कन्हैया ने खुद पुलिस उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र देते हुए सीबीसीआईडी जांच की मांग की थी। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि मनराजपुर प्रकरण में तीन स्तर से जांच हो रही है। एक जांच विभागीय है तो एएसपी स्तर से की जा रही है। दूसरी मजिस्ट्रियल और तीसरी सीबीसीआईडी जांच चल रही है। मृत युवती निशा यादव के पिता कन्हैया ने खुद प्रार्थना पत्र में सीबीसीआईडी जांच की मांग की थी। जिसे उच्चाधिकारियों के जरिए शासन को भेजा गया, जिसके आधार पर वहीं से सीबीसीआईडी जांच का निर्देश दिया गया।