वाराणसी। ग्रामीण कृषि मौसम सेवा बीएचयू के नोडल अधिकारी प्रो. आरके मल्ल व तकनीकी अधिकारी शिव मंगल सिंह ने बताया की अगले 3-4 दिनों तक हवा की गति में वृद्धि तथा तापमान में अचानक से 3-5 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है। आसमान में कहीं-कहीं छिटपुट बादल दिखाई देंगे। फलस्वरूप कही कही बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है। हवा की गति तेज होने की वजह से शीत लहर और गलन के साथ ठंडी बढ़ने की संभावना है।
हवा की गति तेज रहने का अनुमान है इसलिए कुहरा पड़ने की संभावना बहुत कम है। आलू की फसल को शीत लहर से बचाने के लिए जब शीत लहर पड़ने की संभावना हो तब खेत में सिंचाई करनी चाहिए। आलू, बैंगन, टमाटर में मैंन्कोजेब और करबेंड़ाजिन को मिलाकर या फिर हेडजोल का छिड़काव समय- समय पर करें। पौधशालाओं के पौधों और सीमित क्षेत्र वाले उद्यानों, नगदी सब्जी वाली फसलों में भूमि के ताप को कम न होने देने के लिए फसलों को टाट, पॉलीथिन अथवा भूंसे से ढंक दें। वायुरोधी टाटियां, हवा आने वाली दिशा की तरफ यानि उत्तर पश्चिम की तरफ बांधें। नर्सरी किचन गार्डन एवं कीमती फसल वाले खेतों में उत्तर पश्चिम की तरफ टाटियां बांधकर क्यारियों के किनारों पर लगाएं तथा दिन में इन्हें हटा दें। किसान भाइयों को सलाह है कि अन्य कृषि क्रियाएं, मौसम के परिवर्तन को ध्यान में रखकर ही करें और पशुओं का विशेष ध्यान रखते हुए उन्हें छायादार और गरम जगह पर ही बांधे।
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