
चंदौली। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने और उन्हें प्रतिनिधित्व का मौका प्रदान करने को सरकार आरक्षण लागू करती है। लेकिन महिला जनप्रतिनिधि अभी घूंघट की ओट से बाहर नहीं निकल पा रहीं। बुधवार को चंदौली जिला पंचायत की बैठक में ऐसा ही हैरान कर देने वाला नजारा देखने को मिला। जिले के विकास का खासा तैयार करने को आयोजित बैठक में पहुंचे महिला सदस्यों के पति आपस में भिड़ गए और मिनी सदन की गरिमा को तार-तार करने में कोर कसर नहीं छोड़ी।
जिला पंचायत कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में चकिया से जिला पंचायत सदस्य सीता देवी के पति दशरथ सोनकर ने पूर्व के प्रस्तावों का मुद्दा उठाते हुए कार्य नहीं होने का आरोप लगाया। कहा कि बीजेपी सरकार में गांवों में बिजली तक नहीं मिल पा रही। यह बात बरहनी सेक्टर एक से जिला पंचायत सदस्य सीमा सिंह के पति इंदल सिंह और सेक्टर दो की सदस्य संध्या सिंह के पति मृत्युंजय सिंह दीपू को नागवार गुजरी। इसके बाद जो हुआ वह शर्मनाक था। तीनों सदस्य पति आपस में उलझ गए। जमकर तू, तू, मैं, मैं हुई और जिला पंचायत अध्यक्ष मूक दर्शक बनकर देखते रहे। तकरीबन पांच मिनट तक मिनी सदन में जमकर हंगाामा हुआ। बात हाथापाई तक पहुंच ही जाती लेकिन कुछ सदस्यों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया।