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पुलिस के हत्थे चढ़ा हिस्ट्रीशीटर, जेल से ही हाईकोर्ट के जज के नाम से चंदौली डीएम एसपी को देता था निर्देश, शातिर की कहानी जान चौंक जाएंगे

जय तिवारी
चंदौली। सदर कोतवाली पुलिस ने बलुआ थाने के शातिर हिस्ट्रीशीटर आकाश सिंह को मंगलवार को कचहरी के पास से गिरफ्तार कर लिया। आकाश पर हत्या का प्रयास सहित आधा दर्जन गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। यह रैया गांव निवासी डाक्टर अपहरण कांड का मुख्य आरोपी भी रह चुका है। जेल में रहने के दौरान हाईकोर्ट के जज के नाम से फर्जी जी-मेल एकाउंट बनाकर चंदौली डीएम और एसपी से अपने पट्टीदारों की शिकायत करता था और कार्रवाई के निर्देश भी देता था। जेल से छूटने के बाद अपहरण कांड से जुड़े मामले को लेकर कचहरी आया था, जहां पुलिस ने इसे धर दबोचा।

सदर कोतवाली प्रभारी संतोष सिंह ने बताया कि बलुआ थाना अंतर्गत हुदहुदीपुर निवासी रामविलास सिंह का पुत्र आकाश सिंह एक शातिर किस्त का बदमाश है। यह बलुआ थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। अपने साथियों के साथ मिलकर फिरौती के लिए अपहरण करता है। पूर्व में गांव की ही महिला को विवाद के दौरान गोली भी मार चुका है। विगत वर्ष रैया गांव निवासी चिकित्सक का अपहरण किया था। पुलिस ने डाक्टर को सकुशल छुड़ा लिया और आकाश और उसके साथी जेल चले गए। कुछ दिन वाराणसी जेल में रहने के बाद इसे गाजीपुर जेल भेज दिया गया। जेल में रहने के दौरान ही अपने पट्टीदारों को परेशान करने के लिए हाईकोर्ट के जज मनोज मिश्रा और महेश त्रिपाठी के नाम से फर्जी जी-मेल एकाउंट बनाया और अपने बड़े पिता के ईंट भट्ठे की शिकायत कर दी। यही नहीं एक दफा न्यायाधीश महेश त्रिपाठी के नाम से चंदौली डीएम और एसपी को मेल भेजा कि मेरी गाड़ी को इनोवा कार सवारों ने ओवरटेक किया और गाली गलौच की। उसने इनोवा कार का नंबर भी भेज दिया। इनोवा कार आकाश के चचेरे भाई की थी। हाईकोर्ट के जज से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस महकमे में खलबली मच गई। पुलिस ने कार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि जी-मेल एकाउंट फर्जी है। इसके बाद पुलिस मामले की तह तक पहुंचने में जुट गई। सर्विलांस और अन्य माध्यमों से पता चला कि मेल गाजीपुर जेल से किया गया था। पुलिस ने कड़ी से कड़ी को जोड़ा और शातिर आकाश तक पहुंच गई। आकाश ने पूछताछ में बताया कि वह चाहता था कि पट्टीदारों का ईंट भट्ठा सीज हो जाए। कारण भट्ठे में उसकी भी हिस्सेदारी है लेकिन बड़े पिता उसे उसका हिस्सा नहीं देते हैं। आकाश के पिता रामविलास के खिलाफ भी एक दर्जन गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। बहरहाल आकाश विगत अप्रैल माह में जेल से छूटा और दोबारा अपराध में सक्रिय हो गया। लेकिन मंगलवार को पुलिस ने उसे एक बार फिर पकड़कर जेल भेज दिया।

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