
चंदौली। कृषि प्रधान जनपद में किसानों की समस्याओं को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं। शासन की मंशा के अनुरूप बुधवार को कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में आयोजित किसान दिवस में वरिष्ठ अधिकारी गायब रहे। इससे नाराज किसानों ने परिसर में धरना दिया। इस दौरान उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। चेताया कि यदि अधिकारियों की कार्यप्रणाली नहीं बदली तो उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे।
धान खरीद, खाद व अन्य समस्याएं लेकर किसान बुधवार को किसान दिवस में शामिल होने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र पहुंचे। हालांकि किसान दिवस में जिले के वरिष्ठ अधिकारी गायब रहे। काफी इंतजार के बावजूद जब उच्चाधिकारी नहीं पहुंचे तो किसान आक्रोशित हो गए। किसान सभागार से बाहर निकलकर परिसर में धरने पर बैठ गए। किसान विकास मंच के संगठन मंत्री रामअवध सिंह ने बताया कि किसानों की समस्या के समाधान के लिए विशेष तौर पर बैठक का आयोजन किए जाने का निर्देश स्पष्ट है, इसके बावजूद किसान बैठक में कृषि विभाग सहित जिले का कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था। इससे अधिकारियों की किसानों की समस्याओं के प्रति उदासीनता साफ दिखाई देती है। कृषि प्रधान जनपद में अधिकारी अन्नदाताओं की उपेक्षा कर रहे हैं।