चंदौली। सकलडीहा कोतवाली क्षेत्र के चतुर्भुजपुर निवासी अनमोल यादव की मौत रहस्य बन कर रह गई है। पुलिस इसे आत्महत्या बताकर चार्जशीट दाखिल कर चुक है जबकि परिजनों का आरोप है कि अनमोल की हत्या की गई है। पर्याप्त सबूत होने के बावजूद पुलिस दबाव में काम कर रही है। न्यायालय ने भी पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। हाईकोर्ट ने इस मामले में सख्त टिप्पणी करते हुए जांच के लिए पुलिस को दो सप्ताह का समय दिया है। यदि पुलिस कायदे से जांच नहीं करती है तो इस मामले को स्वतंत्र जांच एजेंसी के हवाले कर दिया जाएगा।
न्यायालय का कहना है कि अनमोल की मौत के मामले में पुलिस कायदे से जांच नहीं कर रही। सबूतों के साफ है की अनमोल की हत्या की गई है जबकि पुलिस इसे आत्महत्या साबित करने पर तुली है। पुलिस ने अभी तक गवाह का बयान भी दर्ज नहीं किया है। हाईकोर्ट ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को आदेश दिया है कि इस प्रकारण की जांच कराकर दो सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें अन्यथा स्वतंत्र जांच एजेंसी को जांच की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। बता दें कि विगत 31 अगस्त 2020 को चतुर्भुज पुर गांव के समीप कुएं में संदिग्ध हालत में अनमोल यादव का शव मिला था। मृतक के भाई और याचिकाकर्ता अचरज यादव ने पुलिस पर सच को छिपाने दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा न्याय नहीं मिलने पर विवश होकर न्यायालय की शरण लेनी पड़ी। कहा मामले को लेकर हम लोगों से कोई बयान भी आज तक पुलिस ने दर्ज नहीं किया। अब न्यायालय से ही न्यास की आस है।
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