चंदौली। अप्रैल के दूसरे पखवारे में गर्मी असहनीय होने लगी है। आसमान से आग बरस रही है। सोमवार को पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। वहीं पश्चिम दिशा की ओर से चलने वाली हवा झुलसा रही है। इससे दोपहर के वक्त घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। धूप की तल्खी व लू के थपेड़े जनजीवन के साथ ही पशु-पक्षियों के लिए भी खतरा बन गए हैं। ऐसे में लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ व निचले क्षोभमंडल में तेज पुरवा हवा के प्रभाव से 12 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41.3 डिग्री सेल्सियस के स्तर पर आ गया था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी अग्रसरण के साथ ही 13 अप्रैल से इसमें वृद्धि होना आरंभ हो गई। शीताग्र (कोल्ड फ्रंट) का प्रभाव समाप्त होने के कारण निचले क्षोभमंडल में सतही स्तर पर शुष्क व गर्म पश्चिमी मरूस्थलीय और मैदानी क्षेत्रों से आ रही तेज पछुवा हवा ने तापमान बढ़ाया है। 18 अप्रैल को अधिकतम तापमान लगभग एक डिग्री सेल्सियस के प्रभावशाली उछाल के साथ इस सीजन में पहली बार 44 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया। अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। दीर्घकालीन जलवायवीय औसत से लगभग 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है तथा इसके कारण जनपद में लू (हीट वेव) की स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान सतही स्तर पर अधिकतम 21 से 22 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गर्म व शुष्क तेज़ पछुवा हवाओं के कारण न्यूनतम सापेक्षिक आर्द्रता गिरकर नौ फीसद पर आ गई। इसके साथ ही सतही स्तर पर गर्म और शुष्क मरुस्थलीय व पश्चिमी मैदानी क्षेत्रों से आने वाली पछुवा हवाओं का प्रभाव बना रहने के कारण आगामी एक-दो दिनों तक अधिकतम तापमान के इसी श्रेणी में बने रहने तथा मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। इसके बाद आगामी पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है।