चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के बिछियां गांव निवासी सिद्धार्थ जायसवाल हत्याकांड ने जिले को झकझोर कर रख दिया है। देखा जाए तो हाल के महीनों में प्रदेश में इस तरह की जघन्य वारदात देखने और सुनने को नहीं मिली। दो दोस्तों ने छोटे से विवाद में न सिर्फ अपने जिगरी दोस्त की जान ले ली बल्कि किसी मंझे अपराधी की तरह शव को नमक और केमिकल डाल कर दफना दिया। हालांकि मृतक के बीते मंगलवार को गायब होने के दो दिन बाद फोन कर 20 लाख रुपये की फिरौती भी मांग गई थी। इसलिए लोग पुलिस की कहानी पर आसानी से विश्वास नहीं कर पा रहे। जबकि पुलिस अधीक्षक पहले ही साफ कर चुके हैं कि हत्या मृतक सिद्धार्थ के दोस्तों अमित उर्फ गोलू और कन्हैया ने सिगरेट लाने से मना करने पर की है। उस समय तीनों शराब पी रहे थे।
कई अनसुलझे सवाल हैं जिनका जवाब आना बाकी
बकौल एसपी दोनों आरोपित भाई है। हत्याकांड को लेकर किसी तरह का भ्रम न फैले इसलिए एसपी को रात साढ़े ग्यारह बजे पत्रकार वार्ता करनी पड़ी। वहीं चंदौली पुलिस मीडिया ग्रुप ने रात ढाई बजे प्रेस नोट जारी किया, जिसमें मृतक और आरोपितों को दोस्त बताया गया। कहीं इस बात का जिक्र नहीं किया गया कि आरोपित रिश्ते में भाई हैंे। मुख्य आरोपित अमित उर्फ गोलू सदर कोतवाली क्षेत्र के गोकुलपुर अमड़ा का निवासी है जबकि दूसरा कन्हैया खरवार सदर कोतवाली के ही झांसी गांव का रहने वाला है। बहरहाल बाद में पुलिस दोनों को ममेरा भाई बता रही है। हालांकि अभी भी कई अनसुलझे सवाल हैं जिनका जवाब आना बाकी है। मसलन महज सिगरेट लाने से मना करना ही हत्या की असल वजह है। क्या फिरौती मामले का घटना से कोई जुड़ाव नहीं। हत्या के पीछे प्रेम प्रपंच तो शामिल नहीं जैसा कि कुछ लोग दबी जुबान चर्चा कर रहे हैं।