हाई यूरिक एसिड की समस्या दिन प्रतिदिन लोगों में बढ़ती जा रही है। कई रिसर्च में पता चला है कि भारत में डायबिटीज के बाद यूरिक एसिड की समस्या से लोग सबसे ज्यादा ग्रसित हैं। जिसकी मुख्य वजह लाइफस्टाइल के बदलाव और खराब खानपान है। इस बीमारी से सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी तेजी से गिरफ्त में आ रहे हैं। लोग अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर चीजों को खूब शामिल करते हैं और आपको बता दें कि प्रोटीन का ही वेस्ट प्रोडड्ट है प्यूरिन। प्यूरिन आपकी हड्डियों के बीच जमा हो जाता है और पथरी बनाने लगता है। जिसकी वजह से व्यक्ति को हड्डियों में तेज दर्द, सूजन, गाउट जैसी समस्या होती है। यहां हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताएंगे, जिससे आप यूरिक एसिड की समस्या को कम कर सकते हैं।
यूरिक एसिड की समस्या का घरेलू उपचार
लहसुन
औषधीय गुणों से भरपूर लहसुन बीमारियों से लड़ने में मदद करता है, बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से निजात दिलाने में भी लहसुन कारगर साबित होता है। अगर आप नियमित 3-4 लहसुन की कलियों का खाली पेट सेवन करेंगे तो इससे बढ़े हुए यूरिक एसिड की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
अजवाइन का पानी
अजवाइन खाने में स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद है। इसमें कई औषधीय गुण भी हैं जिसकी वजह से ये बढ़े हुए यूरिक एसिड और गठिया रोग में मदद करता है। एक रिसर्च के अनुसार अजवाइन के पानी का सेवन शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम कर सकता है।
अदरक
औषधीय गुणों से भरपूर अदरक में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स यूरिक एसिड की समस्या से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकते हैं।
सौंफ का पानी
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर सौंफ का पानी जोड़ों में सूजन को कम कर सकता है। शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से सबसे ज्यादा हड्डियों में सूजन रहती है, ऐसे में आपके लिए सौंफ का पानी पीना फायदेमंद साबित हो सकता है।
एलोवेरा
गठिया रोग से छुटकारा पाने के लिए आप एलोवेराका भी इस्तेमाल भी कर सकते हैं। एलोवेरा जेल का लेप काफी कारगर साबित हो सकता है, इस लेप को लगाने से यूरिक एसिड की वजह से गठिया की सूजन में आराम मिलता है।
यूरिक एसिड के मरीज इन चीजों से बना लें दूरी
यूरिक एसिड के मरीजों को अपने डाइट पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। यूरिक एसिड से पीड़ित मरीज अधिक तेल व मिर्च वाले भोजन से परहेज करें, साथ ही डाइट में प्रोटीन की अधिकता वाली चीजें जैसे नॉनवेज और दालें आदि का सेवन डॉक्टर के परामर्ष के अनुसार करें।