वाराणसी। सरकार के खिलाफ विपक्ष अब हमलावर होने लगा है। सोमवार को सपाइयों ने बिगड़ रही कानून व्यवस्था और बेरोजगारों को रोजगार आदि मुद्दों पर हल्ला बोला तो युवा कांग्रेसजनों ने कृषि बिल 2020 को किसान विरोधी बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से अपनी आवाज मुखर की। बिल को संसद में जबरन अलोकतांत्रिक और असंसदीय तरिके से पास कराने का आरोप मढ़ते हुए बीएचयू गेट पर विरोध प्रदर्शन किया। सरकार विरोधी नारेबाजी की।
युवा कांग्रेसी हाथ में नरेंद्र मोदी किसान विरोधी लिखी तख्तियां लिए हुए थे। प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस ओम शुक्ला ने कहा ये कानून कांट्रैक्ट फार्मिंग की बात कर रहा है। ऐसी नीति उन अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ाएगी जिन्होंने अर्थव्यवस्था को इस बेहद बुरे कोविड प्रकोप और आर्थिक मंदी के दौर में भी संभाले रखा है। कांट्रैक्ट फार्मिंग में कोई भी विवाद होने पर उसका फैसला सुलह बोर्ड में होगा, जिसका सबसे पावरफुल अधिकारी एसडीएम को बनाया गया है। इसकी अपील सिर्फ डीएम यानी कलेक्टर के यहां होगी। इस कानून से किसान अपने ही खेत में सिर्फ मजदूर बनकर रह जाएगा। केंद्र सरकार पश्चिमी देशों के खेती का मॉडल हमारे किसानों पर थोपना चाहती है। कांट्रैक्ट फार्मिंग में कंपनियां किसानों का शोषण करती हैं. उनके उत्पाद को खराब बताकर रिजेक्ट कर देती हैं। दरअसल बीजेपी सरकार ने अपने नजदीकी बड़े व्यापारी घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए इस बिल को पास कराया है। कहा कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार-संवर्धन एवं सुविधा कानून की बात करें तो किसानों के उत्पाद की खरीद मंडी में अब नहीं होगी। ऐसे में सरकार इस बात का पता भी नहीं कर सकेगी कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिल रहा है या नहीं। कोई लेन देन विवादित होने की स्थिति में किसान कोर्ट नहीं जा पाएगा। कार्यक्रम का संचालन विजय उपाध्याय व धीरज सोनकर ने किया। इस दौरान शिवपुर अध्यक्ष विजय उपाध्याय, रोहनिया अध्यक्ष अरुणेश सिंह, महानगर सचिव प्रभात वर्मा, अभिषेक त्रिपाठी, राजीव आर्या, अर्जुन पांडेय, सलमान बच्ची, अंशुमान पांडेय, धीरज शुक्ला, नागेंद्र पाठक, रघु राज, राहुल आदि रहे।