
चंदौली। इसे पूर्व विधायक का दबाव कह लें या राजनीति का स्याह पहलू। सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत 24 घंटे के भीतर ही वापस सरकारी सुरक्षा दे दी गई है। गुरुवार की दोपहर पुलिसकर्मी को बतौर सुरक्षा गार्ड पूर्व विधायक के साथ लगा दिया गया। इसके पूर्व 17 अगस्त की शाम को पूर्व विधायक की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी को वापस बुला लिया गया था। अगले दिन मनोज सिंह डब्लू ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए चंदौली पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था। यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय भाजपा विधायक के इशारे पर यह सबकुछ हो रहा है।
विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी पूर्व विधायक और सपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू को सरकारी सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। पूर्व विधायक इसके एवज में महकमे को प्रतिमाह भुगतान करते थे। लेकिन 17 अगस्त की शाम को अचानक पूर्व विधायक की सुरक्षा हटा ली गई। प्रशासन के फैसले से नाराज पूर्व विधायक ने स्थानीय भाजपा विधायक और चंदौली पुलिस कप्तान के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और अपनी हत्या की आशंका जताई। कहा कि यदि उनके साथ कुछ भी अप्रिय होता है तो इसके लिए सीधे तौर पर चंदौली एसपी जिम्मेदार होंगे। बहरहाल गुरुवार को पूर्व विधायक की सरकारी सुरक्षा वापस कर दी गई। मनोज सिंह डब्लू ने पूर्वांचल टाइम्स को बताया कि सुरक्षा हटाने से पहले भी उन्हें कुछ नहीं बताया गया था और जब सुरक्षा वापस दी गई तब भी उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई।