चंदौली। सरकारी दफ्तरों से कर्मचारियों के गायब रहने की प्रवृत्ति दूर नहीं हो रही है। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने शनिवार को समाधान दिवस में शामिल होने के लिए बलुआ जाते समय चहनियां ब्लाक मुख्यालय व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एडीओ समाज कल्याण, जेई समेत सात कर्मी गायब मिले। इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। साथ ही सभी गैरहाजिर कर्मियों का एक दिन का वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण मांगा। डीएम के लगातार निरीक्षण से अधिकारियों-कर्मचारियों में खलबली मची है।
जिलाधिकारी समाधान दिवस में शामिल होने के लिए बलुआ थाना जा रहे थे। उन्होंने बीच रास्ते पड़ने वाले चहनियां ब्लाक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया। अस्पताल में सफाई व्यवस्था, मनरेगा आदि के कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रसव कक्ष, दवाओं कक्ष, वैक्सीन कक्ष, टायलेट/बाथरूम आदि का अवलोकन किया। मनरेगा सेल में पहुंचकर ब्लाक क्षेत्र में चल रहे कार्यों से अवगत हुए। अस्पताल में चिकित्सा सुविधा में तमाम कमियां पाई गईं। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ सहायक मनोज श्रीवास्तव, अर्चना वर्मा, लेखाकार अमित कुमार त्रिपाठी, आशीष कुमार एडीओ समाज कल्याण, राकेश कुमार मौर्य JE (AD) अतिरिक्त प्रभार विनोद कुमार मिश्रा जेईआरईएस, विवेक कुमार सिंह, इंद्रसेन सिंह यादव, सचिन कुमार शर्मा मौजूद नहीं थे। लापरवाही पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। साथ ही सभी कर्मियों का एक दिन वेतन अदेय कर दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सक व कर्मचारी समय से अस्पताल व कार्यालय में उपस्थित होकर अपना दायित्व निभाएं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
प्रभारी को लगी फटकार
जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में गंदगी दिखी। साथ ही अन्य तमाम तरह की मियां मिलीं। इस पर उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी को फटकार लगाई। अस्पताल में सफाई व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। कहा कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए। दवा आदि की डिमांड पहले ही कर दें। ताकि दवा की कमी न होने पाए।