चंदौली। कोरोना के चलते दो सालों में बंद रहा रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला का आयोजन इस बार होगा। जिले के कलाकार ऐतिहासिक रामलीला में मुख्य भूमिका निभाएंगे। धानापुर के गौरव उपाध्याय राम के रूप में नजर आएंगे। वहीं चंदौली के ही दिव्यांशु माता सीता की भूमिका निभाएंगे।
कोरोना की वजह से रामनगर की रामलीला का आयोजन दो सालों के लिए ठप रहा। इस बार हालात सामान्य हैं। ऐसे में आयोजन मंडल ने तैयारी शुरू कर दी है। रामलीला के पंच मुख्य स्वरूपों के चयन के लिए पिछले दिनों रामनगर में स्वर परीक्षण कराया गया। काशीराज परिवार के अनंत नारायण की उपस्थिति में किले के जवाहर खाने की छत पर आयोजित स्वर परीक्षण में वाराणसी, चंदौली व मिर्जापुर समेत आसपास के 26 जिलों के कलाकारों ने भाग लिया। इसमें कलाकारों ने श्लोक, मानस की चौपाइयां आदि सुनकर बच्चों के कंठ की मिठास व रामायण पात्रों के स्वरूप में उनकी दक्षता परखी गई। इसमें चंदौली के दोनों कलाकार राम व सीता के स्वरूप के लिए फिट पाए गए।
दो स्तर पर हुई स्वर परीक्षा
चयन मानक के अनुरूप कलाकारों की स्वर परीक्षा दो चरणों में आयोजित की गई। पहले चरण में मानक के अनुरूप पाए जाने वाले कलाकारों को दूसरे चरण में भाग लेने की अनुमति दी जाती है। रामलीला के व्यास समेत आयोजन से जुड़े अन्य लोगों की सहमति के बाद ही कलाकारों का चयन रामलीला के लिए किया जाता है।