चंदौली। नगरीय इलाकों में सामुदायिक शौचालयों को बेहतर बनाने के उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रेडिंग कराई गई। इसमें 14 शौचालय फिसड्डी निकले। शौचालयों का ढांचा सिर्फ खड़ा। कहीं दरवाजा नहीं लगा था तो कहीं पानी की व्यवस्था नहीं थी। सफाई व्यवस्था बदहाल थी। इस तरह के 14 शौचालय चिह्नित किए गए हैं। मिशन की ओर से निकाय के ईओ को रिपोर्ट भेज दी गई है। नगर निकाय प्रशासन इस पर आगे की कार्रवाई करेगा।
17 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट डे मौके पर स्वच्छ शौचालय अभियान के तहत शौचालयों को बेहतर बनाए जाने के लिए उद्देश्य से स्वच्छ भारत मिशन की ओर से ग्रेडिंग कराई गई थी। इस काम में महिला समूहों को लगाया गया था। सूची में शामिल सामुदायिक शौचालयों का निरीक्षण कर 16 बिंदुओं पर ग्रेडिंग देनी थी। इसके तहत नगर पालिका पीडीडीयू नगर, नगर पंचायत चकिया, चंदौली और सैयदराजा को मिलाकर कुल 42 सामुदायिक शौचालयों की ग्रेडिंग की गई। इस दौरान पीडीडीयू नगर के 27 में आठ, चंदौली में चार में दो , सैयदराजा में पांच में से दो और चकिया में छह में दो सामुदायिक शौचालय फिसड्डी निकले। 14 शौचालयों में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिली। न तो यहां प्रकाश की व्यवस्था थी और न ही यहां दरवाजे लगे हुए थे। कई जगह तो पानी की टोटी भी गायब मिली। खस्ताहाल सामुदायिक शौचालय सरकार के स्वच्छ भारत मिशन अभियान को मुंह चिढ़ाते नजर आए। स्वच्छ भारत मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक अजय का कहना रहा कि शौचालयों की ग्रेडिंग कराई गई थी। उसकी रिपोर्ट नगर निकाय ईओ को भेजी गई है। उन्हें अब आगे की कार्रवाई करनी है।