- दिन के साथ अब रातें भी होंगी गर्म, अप्रैल में तापमान ने तोड़े रिकार्ड
- अप्रैल में मई-जून जैसा तापमान, 43 डिग्री को पार कर गया पारा
- लू की चपेट में आने से बीमार पड़ सकते हैं लोग, सावधानी जरूरी
चंदौली। जिले में अप्रैल में मई-जून जैसी गर्मी पड़ी। आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ेगा। वहीं हीट वेव का भी असर दिखेगा। इसको लेकर मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इसके बाद जिला प्रशासन की ओर से लोगों को सावधानी बरतने के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है। वरना लू की चपेट में आने से लोग बीमार पड़ सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान तेजी से बढ़ सकता है। वहीं हीट वेव का भी प्रकोप रहेगा। दिन के साथ ही रातें भी गर्म होंगी। रात का भी तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार होगा। विशेषज्ञों के अनुसार हीट वेव शरीर को प्रभावित करती है। इसके चलते लोगों की जान भी जा सकती है। ऐसे में सावधानी जरूरी है।
हीट वेव के दौरान क्या करें
- हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें।
- धूप के चश्में, छाता, टोपी, व चप्पल का प्रयोग करें।
- अगर आप खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़ें से ढके रहे तथा छाते का प्रयोग करें।
- यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ ले जाएं व ओआरएस, घर में बने हुये पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नीबू पानी, छाछ आदि का उपयोग करें, जिससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके।
- हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना, मूर्छा आदि का अनुभव करते है तो तुरन्त चिकित्सीय सलाह लें।
- अपने घरों को ठण्डा रखें, पर्दे दरवाजे आदि का उपयोग करें तथा शाम/रात के समय घर तथा कमरों को ठण्डा करने हेतु इसे खोल दें।
- कार्य स्थल पर ठण्डे पीने का पानी रखें/उपलब्ध करायें।
- कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें।
- कार्य स्थल पर ठण्डे पीने का पानी रखें/उपलब्ध करायें।
- कर्मियों को सीधी सूर्य की रोशनी से बचने हेतु सावधान करें एवं श्रमसाध्य कार्यों को ठण्डे समय में करने/कराने का प्रयास करें।
हीट वेव के दौरान क्या न करें
- बच्चों को खड़ी गाडियों में न छोंड़े।
- दोपहर 12 से 03 बजे के मध्य सूर्य की रोशनी में जाने से बचें व अधिक श्रम वाली गतिविधी न करें।
- गहरे रंग के भारी तथा तंग कपड़ें न पहनें।
- जब बाहर का तापमान अधिक हो तब श्रमसाध्य कार्य न करें।
- आपात स्थिति से निपटने के लिऐ प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।
- बच्चों व पालतू जानवरों को कभी भी बंद वाहन मे न छोंड़े।
- उच्च प्रोटिन व मिर्च, मसालों का सेवन न करें।
- बासी भोजन का सेवन न करें।
- शराब ,चाय व कॅाफी का सेवन न करें।