
चंदौली। इंडियन बैंक लाकर चोरी प्रकरण में बैंक के आलाधिकारियों के खिलाफ शनिवार को सदर कोतवाली में दो और मुकदमे दर्ज किए गए। बैंक द्वारा कटे हुए लॉकर का किराया वसूलने के मामले में सामूहिक तहरीर देते हुए बैंक प्रबंधन पर मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पीड़ित लॉकरधारी रचना सिंह ने बैंक के लॉकर से गहने गायब होने के मामले में बैंक प्रबंधन पर एक और मुकदमा दर्ज कराया है। इन दोनों मामले में बैंक के स्थानीय शाखा प्रबंधक के साथ-साथ कई उच्च अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है।
इंडियन बैंक के पीड़ित लॉकरधारियों ने बैंक से जब लॉकर रेंट कटौती की डिटेल मांगी तो पता चला कि बैंक ने लुट चुके और खाली गहनों के लाकर का किराया दो जुलाई को काट लिया है। बैंक द्वारा यह बड़ी लापरवाही मानी जा रही है। जो लॉकर पूरी तरह से खाली हैं और टूटे हुए हैं, उनका किराया 1475 रुपए कई लॉकरधारियों के बैंक खाते से काट कर बैंक ने एक बड़ी धोखाधड़ी की है।
इसी मामले की तहरीर देते हुए पीड़ित लॉकरधारियों ने इंडियन बैंक के शीर्ष बैंक प्रबंधन सहित कई अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराया है। मुकदमे में बैंक के एमडी और सीईओ शांतिलाल जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अमीन सिद्दीकी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अश्विनी कुमार तथा महाप्रबंधक पंकज त्रिपाठी, बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक, जोनल मैनेजर और स्थानीय शाखा प्रबंधक योगेंद्र राम के खिलाफ धोखाधड़ी तथा ग्राहकों को परेशान करके मानसिक व आर्थिक उत्पीड़न करने के लिए या मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही साथ दूसरा मुकदमा बैंक के लॉकरधारी रचना सिंह के द्वारा दर्ज कराया गया है, जिसमें उनके लॉकर से उनके चांदी के गहने और सामान गायब होने की तहरीर दी गई है। रचना सिंह का कहना है कि उनके इंडियन बैंक में दो लाकर थे। 27 नंबर लाकर से सोने के गहने 30-31 जनवरी की रात में गायब हो गए थे, जबकि 29 नंबर में चांदी के गहने थे और वह बैंक में पड़ा हुआ था। आज जब वह बैंक के परिसर में जाकर ताला खोलकर अपने गहनों को देखने की कोशिश की तो पता चला कि उसमें से अधिकांश गहने व सामान गायब थे और जब वह चेक कर रही थीं तो बैंक के सिक्योरिटी गार्ड वहां पहुंचकर उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग करने लगे। इससे नाराज रचना सिंह ने चंदौली कोतवाली में लगभग 20 किलोग्राम चांदी के आभूषण गायब होने की तहरीर दी है। इस मुकदमे में बैंक एमडी व सीईओ के अलावा एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, महाप्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक तथा स्थानीय शाखा प्रबंधक को अभियुक्त बनाया गया है।
इस दौरान कोतवाली परिसर में मौजूद पीड़ित लॉकरधारियों में अलका तिवारी, सुमन तिवारी, रचना सिंह, रेखा सिंह, दिनेश सिंह, विजय प्रताप सिंह, लोकनाथ सिंह, विनोद कुमार, रामेश्वर सिंह समेत कई लॉकरधारी मौजूद थे।