
चंदौली। बेसहारा पशु अब किसानों के लिए परेशानी का सबब नहीं बनेंगे। योगी सरकार ने किसानों की समस्या के समाधान के साथ ही गोवंश संरक्षण की दिशा में भी बड़ा कदम उठाया है। गांव-गांव गोवंश आश्रय स्थल बनवाने की योजना बनाई गई है। जिन गांवों में बेसहारा पशुओं की अधिकता होगी पहले उन गांवों को योजना में शामिल किया जाएगा। ग्राम भूमि संरक्षण समिति की संस्तुति के बाद ग्राम पंचायत की जमीन पर मनरेगा के तहत गोशालाओं का निर्माण कराया जाएगा।
गोवंश संरक्षण अभियान के तहत बनने वाले गोवंश आश्रय स्थलों पेयजल, शेड और चरनी की निर्माण कराया जाएगा। यंू तो योगी सरकार गोवंश संरक्षण की दिशा में काफी काम कर रही है और कस्बों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी गोशालाओं का निर्माण कराया गया है। बावजूद इसके छुट्टा पशुओं की अधिकता किसानों के लिए परेशानी का सबब बनती रही है। जबकि माकूल संरक्षण के अभाव में पशु भी भटकने को विवश हैं। अब सरकार ने इस समस्या के स्थाई समाधान की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। जिन गांवों में पशुओं की अधिकता है वहां गोशालाओं का निर्माण कराया जाएगा। बाउंड्री के साथ रखरखाव और चारा पानी की माकूल व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। इस बाबत सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने बताया कि गांव-गांव गोवंश आश्रय स्थल निर्माण की दिशा में शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार की जाएगी। यह प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।