
चंदौली। कोविड टीकाकरण के लिए आमजन को जागरुक करने की जिम्मेदारी संभालने वाले सरकारी कर्मचारी खुद टीका लगवाने से कतरा रहे हैं। हालांकि चंदौली डीएम संजीव सिंह ने ऐसे कर्मचारियों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। टीकाकरण न कराने वाले अफसर-कर्मियों का जून माह का वेतन जारी नहीं करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हर हाल में टीकाकरण का ग्राफ बढ़ाने का निर्देश दिया। लापरवाही पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
डीएम ने साफ कहा कि विभागाध्यक्ष ऐसे अधिकारियों-कर्मचारियों को चिह्नित करें, जिन्होंने अभी तक कोरोना वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगवाई है। उनका जून माह का वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी। वेतन तभी जारी किया जाएगा जब टीका लगवा लेंगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण करे। सरकारी कर्मचारियों व फ्रंट लाइन वर्करों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाए। कलस्टर वाइज टीमें बनाकर वैक्सीनेशन कराया जाए। जिले की आबादी के अनुसार स्थानीय स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करें। इसके अनुसार टीमों का गठन कर वैक्सीनेशन कराया जाए। इसमें कोटेदारों, नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों का सहयोग लिया जा सकता है। ग्राम प्रधानों की लोगों में पकड़ है। उनकी अपील का असर होगा। गांवों की निगरानी समितियों को लगाकर गांवों में ऐसे लोगों की सूची बनाएं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है। अभियान के रूप में काम किया जाएगा तो वैक्सीनेशन का ग्राफ जरूर बढ़ेगा। जिन लोगों को दूसरी डोज लगनी है, उन्हें पहले ही फोन कर अवगत करा दिया जाए।