चंदौली। गेहूं क्रय केंद्रों पर अब बिचैलियों और केंद्र प्रभारियों की मनमानी नहीं चलेगी। धांधली रोकने को जिले के 40 क्रय केंद्रों पर ई-पाप (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ पर्चेज) मशीन उपलब्ध करा दी गई है। किसानों का अंगूठा लगाने के बाद ही किसानों से अनाज की खरीद करेंगे। ई-पाप मशीन जीपीएस सिस्टम से जुड़ी है। यदि मशीन को केंद्र के अलावा कहीं और ले जाया गया तो शासन स्तर से लोकेशन ट्रेस हो जाएगी। जाहिर सी बात है अनियमितता बरतने वाले केंद्र प्रभारियों को आसानी से चिह्नित कर कार्रवाई की जा सकेगी।
सरकारी क्रय केंद्रों पर अनाज खरीद में मनमानी और धांधली की शिकायतें जब तब आती रहती हैं। खरीद प्रक्रिया हमेशा सवालों के घेरे में रहती है। केंद्र प्रभारी किसानों को बेवजह चक्कर कटवाते हैं, जबकि बिचैलियों से मिलीभगत कर किसानों के नाम पर उनका अनाज खरीदा जाता है। इसके बदले केंद्र प्रभारी अपनी जेबे भरते हैं। इस पर रोक लगाने के लिए शासन ने ई-पाप मशीन से अनाज खरीदने का प्रविधान किया है। ई-पाप मशीन को जीपीएस सिस्टम से जोड़ा गया है। शासन के रिकार्ड में जीपीएस के जरिए संबंधित क्रय केंद्र पर उक्त मशीन का डाटा फीड रहेगा। ऐसे में केंद्र के लोकेशन के अलावा यदि कहीं दूसरे स्थान पर मशीन गई तो शासन स्तर से इसको ट्रैक किया जा सकता है। केंद्र प्रभारियों को हर हाल में किसानों से क्रय केंद्र पर ही अनाज खरीदना होगा। क्रय केंद्र पर अनाज बेचने के लिए सत्यापन कराने वाले किसान का अंगूठा ई-पाप मशीन पर लगेगा। किसान अपने स्थान पर किसी को नामित भी कर सकता है, हालांकि सत्यापन के समय नामित व्यक्ति का आधार नंबर अपलोड कराना होगा। इस बाबत गेहूं खरीद के नोडल अधिकाराी और जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 40 क्रय केंद्रों पर ई-पाप मशीन उपलब्ध करा दी गई है। बुधवार से इसके जरिए खरीद भी शुरू करा दी गई है। गेहूं की खरीद में अनियमितता बरतने वाले केंद्र प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई तय है।