
चंदौली। सदर कोतवाली क्षेत्र के रेवसां गांव निवासी आरपीएफ के हेड कांस्टेबल सतीश सिंह चौहान (35) की ड्यूटी के दौरान ही हाबड़ा में हार्ट अटैक से मौत हो गई। रविवार को जैसी ही उनका शव गांव पहुंचा परिवार में चित्कार मच गया। जबकि ग्रामीण सतीश अमर रहे के नारे लगाने लगे। परिवार के सदस्यों के अलावा स्थानीय लोगों ने सतीश के शव पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके पश्चात कैली स्थित गंगा नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया। शव को मुखाग्नि सतीष के पिता पूर्व प्रधान साधोशरण सिंह चौहान ने दी। रेवसां गांव के पूर्व प्रधान साधोशरण सिंह चौहान के इकलौते पुत्र सतीश सिंह चौहान हाबड़ा डिवीजन के दानकोनी में बतौर आरपीएफ हेडकांस्टेबल तैनात थे। दो दिनपूर्व ड्यूटी के दौरान उनके सीने के दर्द उठने के बाद सहकर्मियों ने नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी ह्दय गति रुकने से मौत हो गई। रविवार को आरपीएफ कर्मियों और परिजन सतीश के शव को लेकर रेवसां पहुंचे। जहां उनके शव को देख परिवार के लोग बेसुध हो गए। श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों का तांता लग गया। सतीश की पत्नी कोनिका सिंह चौहान और पुत्र ऋषभ (5) को पता ही नहीं चला कि आखिर अनहोनी कैसे हो गई। सतीश का शव देख माता बबिता देवी और पत्नी कोनिका एकदम अचेत हो र्गइं। सतीश चौहान हंसमुख और मिलनसार स्वभाव के थे। वह जब भी छुट्टी में गांव आते थे तो बड़े बुजुर्गों और अपने आयु में छोटे लोगों के बीच अपना समय व्यतीत करते थे।