चंदौली। विधानसभा चुनाव में पैसे के लेन-देन पर प्रशासन की पैनी नजर है। बैंक के संहेदास्पद बैंक खातों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। वहीं बड़े लेन-देन व डिजिटल ट्रांजेक्शन की भी निगरानी हो रही है। लोगों को दस हजार से अधिक कैश की जमा-निकासी का कारण बताना पड़ रहा है। वहीं एक बार में चेक से दो लाख से अधिक ट्रांजेक्शन करने पर भी रोक है। व्यय प्रेक्षक संतोष कुमार ने बुधवार को कलेक्ट्रेट में बैंक के अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान आयोग की गाइडलाइन से अवगत कराया गया। साथ ही बैंककर्मियों को पूरी सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर सतर्कता बढ़ गई है। ऐसे में बैंक पूरी सावधानी बरते। खासतौर से चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के बैंक खातों पर नजर रखी जाए। इसके अलावा बैंक में संदेहास्पद खातों के साथ ही बड़े लेन-देन व आनलाइन ट्रांजेक्शन का भी रिकार्ड रखें। उन्होंने प्रवर्तन टीमों को भी सक्रिय रहने के निर्देश दिए। बोले, कैश की निगरानी के लिए लगाई गईं प्रवर्तन टीमें अपने स्तर से पड़ताल करते रहें। आयोग की मंशा है कि बिना किसी लोभ-लालच के मतदाता निष्पक्षता के साथ मतदान करें। यह तभी संभव होगा, जब चुनाव की निगरानी में लगे सभी अधिकारी व विभाग ईमानदारी के साथ दायित्व निभाएंगे। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
तलब किया कार्रवाई का ब्योरा
व्यय प्रेक्षक ने प्रदेश में आठ जनवरी को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक हुई प्रवर्तन की कार्रवाई का ब्योरा तलब किया। कहा कि अब तक जो भी कार्रवाई की गई है, उसका विस्तृत विवरण उपलब्ध कराएं। वहीं आगे भी सतर्कता बरतते रहें।