चंदौली। अधिकारियों की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें गर्मी के दौरान जलस्रोतों के संरक्षण व गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्थाओं पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने गर्मी को देखते हुए तालाबों के संरक्षण का निर्देश दिया। कहा कि अभियान चलाकर तालाबों की खोदाई कराई जाए। वहीं गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्थाएं मुकम्मल हों। किसी तरह की लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि गर्मी का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में गो-आश्रय स्थलों में मुकम्मल इंतजाम होने चाहिए। वहीं सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। तालाबों की खोदाई कराई जाए। कहा कि गो-आश्रय स्थलों में पशुओं के लिए चारा-पानी का इंतजाम रहे। गो-आश्रय स्थलों की जमीन पर चारे की बोआई कराई जाए। बेसहारा पशुओं का संरक्षण किया जाए। जहां भी पशु सड़क पर घूमते नजर आएं, उनको आश्रय स्थलों में संरक्षित किया जाए। कहा कि सड़कों और किसानों के खेत में छूट्टा पशु पाए गए तो संबंधित अफसर की जवाबदेही तय होगी। गो-आश्रय स्थलों की नियमित सफाई कराई जाए। जिले में कहीं भी पेयजल की समस्या उत्पन्न नहीं होने पाए। अफसर इसको गंभीरता से सुनिश्चित करें। पंचायती राज विभाग की ओर से खराब हैंडपंपों की मरम्मत और रिबोर कराया जाए। पहाड़ी इलाकों में टैंकर के जरिए पेयजल की आपूर्ति की जाए। पेयजल की समस्या का निस्तारण के लिए जिला स्तर और ब्लाक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया जाय। इस दौरान सीडीओ अजितेंद्र नारायण, डीडीओ लक्ष्मण प्रसाद, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे, बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह आदि रहे।