
चंदौली। लाकरचोरी में अपने कीमती आभूषण गंवा चुके लाकरधारक फिर आक्रोशित हो गए हैं। घटना के तीन माह बाद भी आभूषण व इंश्योरेंस पेपर न मिलने से नाराज लाकरधारकों ने सोमवार को इंडियन बैंक में तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। लाकरधारकों से उग्र रूप से बैंक अधिकारी व कर्मी में सहमे रहे। लाकरधारकों ने मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी।
सोमवार की सुबह लाकरधारक मुख्यालय पर एकत्रित हुए। इसके बाद शाखा प्रबंधक से मिलकर इंश्योरेंस पेपर की मांग की। आरोप लगाया कि शाखा प्रबंधक की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इससे भड़के लाकरधारकों ने बैंक के मुख्य द्वार में ताला जड़ दिया। वहीं बैंक के बाहर धरने पर बैठ गए। इसकी सूचना मिलते ही कोतवाल शेषधर पांडेय मौके पर पहुंचे। उन्होंने लाकरधारकों से बात की। इसके बाद बैंक मैनेजर से बात कर मामले की जानकारी ली। लाकरधारकों की माने तो शाखा प्रबंधक ने कोतवाल को सही ढंग से जवाब नहीं दिया। इससे वे भी असंतुष्ट होकर लौट गए। लाकरधारकों का आरोप रहा कि बैंक प्रबंधन से इंश्योरेंस के पेपर की मांग की गई थी। इसको लेकर लोक अदालत से भी बैंक को नोटिस जारी की गई थी। इसके बावजूद पेपर देने में हीलाहवाली की जा रही है। शाखा प्रबंधक आला अधिकारियों को सूचना देकर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इसके लिए रविवार तक तिथि तय की गई थी, लेकिन बैंक प्रबंधन का रवैया स्पष्ट न होने की वजह से एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी। अश्वनी सिंह, विजय प्रताप सिंह, दिनेश सिंह, गणेश सिंह, अलका तिवारी, रामेश्वर सिंह, रचना सिंह, अधिवक्ता आरके सिंह आदि रहे।