
REPORTER: रंधा सिंह
चंदौली। चंधासी कोल मंडी की धूल क्षेत्रीय लोगों के जीवन में जहर घोल रही है। इस समस्या के निदान को पिता संस्था मुखर हुई है। संस्था के सदस्यों ने रविवार को प्लास्टिक का कपड़ा पहनकर विरोध प्रदर्शन किया। आरोप लाया कि नगर पालिका प्रशासन और विधायक जनता की परेशानियों से मुंह मोड़ रहे हैं। सदस्यों ने सड़क पर झाड़ू भी लगाई।
सदस्यों ने कहा कि कई वर्षों से चंधासी में धूल का गुबार उड़ता रहता है। जबकि इसी रास्ते से मंत्री, विधायक, डीएम रोज आते जाते हैं लेकिन उन्हें यह धूल दिखाई नहीं देती। एशिया की सबसे बड़ी कोयला मंडी से उड़ने वाली धूल लोगों को मरीज बना रही है। विगत दिनों जब आंदोलन किया गया तो विधायक ने मजदूरों की फौज उतारी और आश्वस्त किया कि धूल साफ होगी। लेकिन आज भी स्थिती जस की तस बनी हुई है। आरोप लगाया कि नगर पालिका प्रशासन एक वर्ष में दो करोड़ से अधिक की धनराशि सफाई पर खर्च करता है। लेकिन उनकी सफाई कहां होती है, इसका पता लगाना मुश्किल है। एसोसिएशन के सतनाम सिंह ने कहा कि चंधासी में जो धूल उड़ती है उससे आसपास के लोग बीमार हो रहे हैं। चंदासी को आखिर अब तक क्यों नहीं धूल मुक्त कराया गया यह बात समझ से परे है। सदस्यों ने चंधासी को धूल मुक्त करने की मांग की। इस दौरान संतोष पाठक, चंद्रभूषण मिश्रा, श्वेता सिद्धिदात्री, विजय कुमार, राजेश गुप्ता, गुंजन जुनेजा मौजूद रहे।