REPORTER: तरुण भार्गव
चंदौली। चकिया ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय भीषमपुर में प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान शासन की मंशा को ठेंगा दिखा रहे हैं। कड़े निर्देशों के बावजूद यहां चूल्हे पर एमडीएम पकाया जा रहा है। रसोईघर में उपले भरे पड़े हैं। भोजन बनाने में रसोइयों का दम फूल जाता है। जबकि विद्यालय परिसर धुआं-धुआं हो जाता है। हालांकि प्रधानाध्यापक का तर्क है कि रसोई गैस उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान की होती है। उन्हें बता दिया गया है कि गैस समाप्त हो गई है। लेकिन प्रधान गैस सिलेंडर उपलब्ध ही नहीं करा रहे।
कंपोजिट विद्यालय भीषमपुर में मिड डे मील योजना में घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। लकड़ी व उपलों की सहायता से चूल्हे पर बच्चों के लिए दोपहर का भोजन पकाया जा रहा है। ऐसे में सवाल यह कि रसोई गैस की व्यवस्था सुनिश्चित करने को शासन स्तर से उपलब्ध धन जा कहां रहा है। जाहिर है पूरा मामला सीधे तौर पर भ्रष्टाचार से जुड़ा है। लेकिन दुखद पहलू यह कि सक्षम अधिकारी भी आंख मूंदे पड़े हैं। विद्यालयों में चूल्हे पर खाना पकाने की सख्त मनाही के बावजूद भीषमपुर विद्यालय में निर्देशों की अवहेलना की जा रही है।
भीषमपुर में चूल्हे पर एमडीएम पकाए जाने का मामला संज्ञान में है। प्रधान और प्रधानाध्यापक से बात की गई है। प्रधान ने कल तक रसोई गैस सिलेंडर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की बात कही है। – सत्येंद्र सिंह बेसिक शिक्षा अधिकारी चंदौली