चंदौली। याद करिए कुछ दिन पहले अवैध वसूली को लेकर मारपीट से जुड़ा वीडियो वायरल होने के बाद चंदौली पुलिस शर्मसार हो गई थी। वीडियो में चंदौली कोतवाली का कांस्टेबल और टैक्टर-बोगा चालक बीच सड़क पर मारपीट करते नजर आए। आनन-फानन में मामले की जांच सीओ अनिरुद्ध सिंह को सौंप दी गई। सीओ ने तीन दिन के भीतर जांच आख्या आलाधिकारियों को भेज दी। अवैध वसूली से जुड़े इस मामले में सदर कोतवाल की गरदन भी फंसती नजर आ रही थी। उम्मीद थी कि भ्रष्टाचार से जुड़े इस गंभीर मामले में तत्कालीन एसपी डा. अनिल कुमार सख्त कदम उठाएंगे। घटना को तकरीबन एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। कहा जा रहा है कि सदर कोतवाल पुराने वाले साहब के काफी करीबी थे। भदोही जिले में उनके साथ काम कर चुके थे। लिहाजा साहब अपने चहेते इंस्पेक्टर को अभयदान देकर चले गए। हालांकि नवागत एसपी आदित्य लांग्हे का कहना है कि मामला संज्ञान में नहीं था। इसे कायदे से दिखवाता हूं।
सदर कोतवाली के कांस्टेबल और अवैध टैक्टर-बोगा चालक के बीच हुई मारपीट की घटना ने पुलिस की खूब किरकिरी कराई थी। पूरा मामला अवैध वसूली से जुड़ा थार। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद न तो चालक के खिलाफ कार्रवाई की गई ना ही कांस्टेबल का बाल बांका हुआ। माना गया कि इस मामले में अपनी गरदन न फंसे इसलिए इंस्पेक्टर सहित अन्य अधिकारी घटना पर परदा डालने में जुटे रहे। हालांकि खबर चलने के बाद सीओ अनिरुद्ध सिंह को जांच सौंपी गई। सीओ ने जांच रिपोर्ट एसपी कार्यालय भेज भी दी है। लेकिन अभी तक कार्रवाई अमल में नहीं लाई जा सकी है। भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में सख्ती का दंभ भरने वाले पुराने एसपी अपने चहेते इंस्पेक्टर को बचाने में लगे रहे। बहरहाल अब मामला नए पुलिस कप्तान के पास पहुंच चुका है। उन्होंने मामले को संज्ञान में लेने की बात कही है।