चंदौली। स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें स्वास्थ्य योजनाओं की खराब स्थिति पर जिलाधिकारी ईशा दुहन ने चकिया, सदर, पराहूपुर व सकलडीहा स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को नोटिस जारी की। उन्होंने कार्यप्रणाली में सुधार की चेतावनी दी। भविष्य में लापरवाही मिली तो कार्रवाई तय है।
उन्होंने कहा कि जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों, उप स्वास्थ्य केंद्रों, जिला चिकित्सालयों में अभियान चलाकर साफ-सफाई कराया जाए। चिकित्सालय/परिसर में जलजमाव के निस्तारण की समुचित व्यवस्था तथा घासफूस, झाड़ियों आदि को साफ करा लिया जाए। जि कायाकल्प योजना के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य केंद्रों पर बेहतर साफ-सफाई, चिकित्सकों की समय से उपस्थित, दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित रहे, जिससे जनसामान्य को इसका भरपूर लाभ मिल सके। गांवो में आशा द्वारा नवजात शिशुओं व गर्भवती महिलाओं को भ्रमण कर आवश्यक खाद्य सामग्री एवं टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। जेएसवाई के लाभार्थियों के भुगतान में डीसीएच चकिया का बेहद प्रगति कम रहने पर हिदायत देते हुए कहा कि विभागीय कार्यों को समयबद्ध ढंग से करें। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में अपेक्षित कार्य नही होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए नए मरीजों को चिह्नित कर उनका पंजीकरण कराने एवं पूर्व में चिन्हित मरीजों को निर्धारित दवाएं समय से नियमित रूप से खिलाए जाने के निर्देश जिला क्षय रोग अधिकारी को दिए। उन्होंने नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रसव पूर्व महिला की देख रेख, बच्चों का टीकाकरण, परिवार नियोजन सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में बेहतर प्रगति बनाये रखें जाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की समीक्षा में पाया गया कि चंदौली, चंदौली अर्बन की प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष कम है। इस पर हिदायत देते हुए कार्यशैली में सुधार लाते हुए प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लक्ष्य के सापेक्ष आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए जाने की प्रगति संतोषजनक नही है इसमें तेजी से प्रयास करते हुए शत प्रतिशत पात्र लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जाना सुनिश्चित हो। इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार एवं जन जागरूकता करते हुए कैंप आदि के माध्यम से अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनवाए जाए। यह कार्ड निशुल्क बनाया जाता है, इसमें कहीं भी शुल्क लेने की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को प्रसव की संस्थागत सुविधा प्रदान करना सुनिश्चित करवाया जाय इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं हीला-हवाली कत्तई बर्दाश्त नहीं होगी। समीक्षा के दौरान संस्थागत प्रसव की स्थिति लक्ष्य के सापेक्ष संतोषजनक नहीं पाई गई गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण, बच्चों के टीकाकरण एवं एएनसी की स्थिति भी असंतोषजनक पाई गई । बाल विकास विभाग से समन्वय बनाते हुए इसमें प्रगति लाए जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश प्रभारी चिकित्साधिकारियों को दिए।