चंदौली। कृषि प्रधान जनपद अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य को समेटे हुए है। चंद्रप्रभा वन्य जीव अभ्यारण्य के जंगल व पहाड़ियों के साथ ही राजदरी-देवदरी जलप्रपात, झरने, विशालकाय बांधों का सौंदर्य सैलानियों को बरबस ही आकर्षित करता है। ऐसे में जिला प्रशासन ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कमर कस ली है। जिले के पर्यटन स्थलों को विश्व पटल पर लाने के लिए पोर्टल लांच किया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से विकसित chandaulitourism.in पोर्टल पर पर्यटकों को चंदौली के पर्यटन स्थलों के बारे में समस्त जानकारी मिलेगी। वहीं आने वाले दिनों में टूर पैकेज की बुकिंग भी हो सकती है।
पोर्टल की खूबियां
इस पोर्टल के माध्यम से समस्त पर्यटन स्थलों से संबंधित सभी अधिकारिक जानकारी उनके चित्र सहित प्राप्त की जा सकती। इनके अतिरिक्त ठहरने के सभी उत्तम स्थान की जानकारी मिलेगी। भविष्य में इस पोर्टल से समस्त पर्यटन स्थलों पर भ्रमण करने हेतु बुकिंग भी की जा सकेगी। टूर एवं ट्रेवल आपरेटर की भी बुकिंग इसी पोर्टल के माध्यम से भविष्य में की जा सकेगी। पर्यटन विभाग निर्धारित पैकेज बुकिंग का भी लाभ इस पोर्टल के जरिए उठाया जा सकेगा। चंदौली को प्राकृतिक झरने, बांध एवं इतिहास को आपस में समेटे हुए किले के साथ-साथ आध्यात्मिक रूप से बाबा कीनाराम की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। जिले के प्रमुख पर्यटन स्थलों एवं उत्पादों को सम्मिलित करते हुए जनपद की एक अनोखी पहचान के लिए सांकेतिक लोगो चंदौली प्रकृति का स्वर्ग का उद्घाटन किया गया।
वाराणसी के पर्यटकों को करेंगे आकर्षित
जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट में टूरिज्म इंडस्ट्री को लेकर भी काफी इन्वेस्टमेंट आया है। हालांकि अभी जिले में पर्यटन अभी काफी पिछड़ा है। इसे बढ़ावा देने के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए जिले का लोगो व पर्यटन विभाग की वेबसाइट व पोर्टल लांच किया गया है। प्रयास है कि वाराणसी आने वाले पर्यटकों को चंदौली भी बुलाया जाए। उन्होंने निवेशकों से यहां थीम पार्क, हेरिटेज होटल्स बनाएं। नेचर रिजार्ट्स समेत अन्य इन्वेस्टमेंट आ रहे हैं। इससे पर्यटन के लिए जिले में अच्छा वातावरण तैयार होगा।