
चंदौली। सैयदराजा विधायक सुशील सिंह ने एक बार फिर अपनी रणनीति का लोहा मनवाया है। सभी समीकरण और कयासों के उलट नगर पंचायत सैयदराजा में अध्यक्ष पद लगातार दूसरी बार बीजेपी के खाते में गया। जबकि यहां भी विकास की हिमायती जनता पूर्व चेयरमैन के कार्यकाल से खासी नाराज थी। बीजेपी के विरोध में एक माहौल बन रहा था। बावजूद नगर पंचायत में भगवा झंडा लहराया जिसका बड़ा श्रेय क्षेत्रीय विधायक सुशील सिंह को जाता है।
पूर्वांचल टाइम्स को बताई मुगलसराय और चंदौली में हार की वजह
नगर पंचायत सैयदराजा में मिली जीत ने लोक सभा चंदौली में पार्टी की प्रतिष्ठा भी बचा ली। नहीं तो जिले की एकमात्र नगर पालिका पीडीडीयू नगर और नगर पंचायत चंदौली में भाजपा को करारी हार का मुंह देखना पड़ा है। बीजेपी विधायक सुशील सिंह ने पूर्वांचल टाइम्स से बातचीत में पीडीडीयू नगर और चंदौली में मिली हार के कारणों पर चर्चा की। विधायक का कहना है कि पार्टी में गुटबाजी के चलते पीडीडीयू नगर और चंदौली में हार मिली है जो निराशाजनक है। दोनों की जहगों पर पार्टी नेताओं ने एक दूसरे को साधा मिलकर प्रयास करने की जरूरत थी, जिसका अभाव देखने को मिला। विधायक ने यह भी कहा कि पार्टी हार के कारणों की समीक्षा करेगी। वाराणसी और सैयदराजा में मिली जीत को उत्साहजनक भी बताया।