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चंदौली। जिले में परिवहन विभाग ने नागरिकों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय होने का फैसला किया है। अब वाहन स्वामी, चालक और आम जनता फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर परिवहन विभाग को टैग कर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। विभागीय अधिकारी इन शिकायतों का संज्ञान लेकर त्वरित समाधान सुनिश्चित करेंगे।
परिवहन विभाग का यह कदम जिले में पहली बार उठाया गया है, जिससे लोगों को अपनी समस्याओं को साझा करने और समाधान पाने का एक नया मंच मिलेगा। विभाग न केवल शिकायतों का निपटारा करेगा, बल्कि इंटरनेट मीडिया के जरिए आमजन को जागरूक भी करेगा। सरकार और विभाग की उपलब्धियों के साथ-साथ परिवहन से जुड़े दिशा-निर्देशों को भी साझा किया जाएगा।
सोशल मीडिया से शिकायतों के निपटारे की पहल
चंदौली जिला 1997 में वाराणसी से अलग होकर अस्तित्व में आया था। जिले में पीडीडीयू नगर, नौगढ़, सकलडीहा, चकिया और सदर तहसीलें हैं। वर्तमान में जिले में कुल 4.37 लाख वाहन पंजीकृत हैं, जिनमें 1.67 लाख व्यवसायिक और 650 स्कूली वाहन शामिल हैं। इन वाहनों के स्वामियों और चालकों से अक्सर पंजीयन, फिटनेस और अन्य परिवहन सेवाओं से जुड़ी शिकायतें आती रहती हैं। अब परिवहन विभाग इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इन शिकायतों को निपटाने की पहल कर रहा है।
सरकार ने परिवहन से जुड़ी कई सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे लोगों को आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने से राहत मिली है। हालांकि, अब तक परिवहन विभाग सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं था, जिससे लोग ऑनलाइन शिकायत दर्ज नहीं कर पाते थे। लेकिन अब फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर विभाग की उपस्थिति से यह प्रक्रिया और सरल हो जाएगी।
शिकायतों का त्वरित समाधान
इस पहल के बारे में परिवहन विभाग के एआरटीओ (प्रशासन) डॉ. सर्वेश गौतम ने बताया कि विभाग अब फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इसके जरिए विभागीय गतिविधियों की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जाएगी। लोगों की समस्याओं को विभागीय अधिकारी संज्ञान में लेकर जल्द से जल्द समाधान करेंगे।
इसके अलावा, सोशल मीडिया के माध्यम से विभाग की ओर से किए जा रहे अभियान, परिवहन नियमों में हुए बदलाव और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाएं भी साझा की जाएंगी। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि इस पहल से न केवल शिकायतों का त्वरित समाधान होगा, बल्कि लोगों को परिवहन नियमों और प्रक्रियाओं की जानकारी भी आसानी से मिल सकेगी। यह पहल वाहन स्वामियों, चालकों और आम नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है। अब लोग अपनी समस्याओं को सोशल मीडिया पर टैग करके सीधे विभागीय अधिकारियों तक पहुंचा सकेंगे और समाधान पा सकेंगे।