
तरुण भार्गव
चंदौली। चकिया स्थित सावित्री बाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के डॉ शमशेर बहादुर के संयोजन में ग्राम सभा भरेहटा कला में आयोजित एनएसएस के विशेष शिविर का मंगलवार को समापन हुआ। इस दौरान स्वयं सेवकों को सफाई व पर्यावरण संरक्षण के बाबत जागरूक किया गया। प्रार्थना सभा में सम्मिलित होने से पूर्व पूरे परिसर को साफ सुथरा कर दरी ,कुर्सी एवं मंच सजाने के साथ साथ बैनर झंडा को व्यवस्थित किया गया।
समापन समारोह का आरम्भ मुख्य अतिथि पतिराज (रेंजर राजपथ) एवं महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य रमाकांत गौड़ ने माता सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यर्पण और दीपप्रज्वल्लन के उपरांत स्वयंसेवको द्वारा सरस्वती वन्दना एवं स्वागत गीत से किया गया। इसके बाद अतिथियों का स्वागत भाषण कार्यक्रम अधिकारी डॉ शमशेर बहादुर ने किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि स्वयंसेवकों का कार्य का प्रभाव तत्कालीन समाज पर सकारात्मक प्रभाव पडेगा। उन्होंने सावित्री बाई फुले के शैक्षणिक योगदान एवं आदिवासी समुदाय की चुनौती एवं समाधान पर शिक्षा, सेवा एवं संस्कार की भूमिका पर प्रकाश डाला। प्रभारी प्राचार्य रमाकांत गौड़ ने अपने वक्तव्य में कहा कि सेवा के माध्यम से अपने एवं समाज के जीवन को परिष्कृत कर सकते हैं। शिक्षा के माध्यम से अज्ञानता एवं असमानता के मतभेद को समाप्त करने में सहायता मिलता हैं।
स्वयंसेवकों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पर्यावरण, संतुलित पोषाहार, जल संरक्षण, योग का महत्व, देश भक्ति गीत, दहेज प्रथा, नशा उन्मूलन गीत एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाजिक संदेश देने का कार्य किए। इस दौरान डॉ अशोक प्रियदर्शी, डॉ सरवन कुमार सिंह, डॉ कलावती, डॉ प्रियंका पटेल, डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, डॉ अमिता सिंह, श्री बिंद कुमार, डॉ संतोष कुमार यादव श्री विश्व प्रकाश शुक्ल सहित श्री राणा प्रताप सिंह, देवेन्द्र बहादुर सिंह आदि उपस्थित रहे।