चंदौली। कमालपुर के रामलीला मैदान में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया गया है। कथा के दूसरे दिन वृंदावन से आए व्यास मनोहर कृष्ण ने सृष्टि के विस्तार और महाराज मनु के वंशजों की कथा सुनाई। कथा सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।
कथा व्यास ने सृष्टि विस्तार के साथ ही कर्दम मोनिका विवाह की कथा के जरिये कपिल रूप में भगवान के अवतार का वर्णन किया। सांख्य योग, कर्म योग, ज्ञान योग एवं नवधा भक्ति के बारे में बताया। उन्होंने श्रोताओं को सती चरित्र का प्रसंग विस्तार से बताया। कहा कि दक्ष प्रजापति की ओर से माता सती और भगवान शिव को अपमानित किया गया। इससे आहत होकर माता सती ने अपना देह त्याग दिया। उन्होंने ध्रुव चरित्र का वर्णन कर श्रोताओं को भक्ति के रस से सराबोर कर दिया। बताया कि ध्रुव पांच वर्ष की अवस्था में ही तपस्या करने के लिए वन निकल गए। पांच माह कठोर तप करने के बाद नारायण को प्राप्त कर लिया। नारायण को स्वतः उनके समक्ष प्रकट होना पड़ा। इस अवसर पर हरिवंश उपाध्याय, बसंत मिश्रा, रविंद्र दुबे, सजीवन मिश्रा, संजय मिश्रा, गणेश अग्रहरि, प्रधान सुदामा जायसवाल, पूर्व प्रधान संतोष कुमार, झांके दुबे, भैरव कुशवाहा, रामजीत मौर्या, अशोक अग्रहरि, छबिले पांडेय, बुद्धू गुप्ता, गोविंद रस्तोगी, अनिल गुप्ता, गीता देवी,किरन मिश्रा, चंदा देवी,सरला पांडेय, पार्वती रस्तोगी, रेखा देवी, शीला देवी, रामजी अग्रहरि,रमनू विंद, धनराज कुशवाहा,लक्ष्मण अग्रहरि, अमिता रस्तोगी आदि उपस्थित रहे।