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Chandauli News : अंबेडकर जयंती पर संगोष्ठी, कैबिनेट मंत्री बोले, सामाजिक क्रांति के अग्रदूत थे डा. अंबेडकर

चंदौली। एसआरवीएस महिला महाविद्यालय में रविवार को संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रतीक डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय मंत्री अनिल राजभर ने बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया।

 

मंत्री ने डॉ. अंबेडकर को केवल संविधान निर्माता के रूप में नहीं, बल्कि सामाजिक क्रांति के अग्रदूत के रूप में स्मरण किया। उन्होंने कहा, बाबा साहब का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है। उन्होंने शिक्षा, संघर्ष और समर्पण के बल पर वह सामाजिक बदलाव लाया, जिसकी मिसाल आज भी दी जाती है।” उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब का सपना एक ऐसे भारत का था जहां प्रत्येक नागरिक को समान अवसर मिले और कोई भी जाति, धर्म, या वर्ग के आधार पर भेदभाव का शिकार न हो।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार बाबा साहब के बताए मार्ग पर चलकर “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” की भावना के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार की उन जनकल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया जो विशेष रूप से श्रमिकों, महिलाओं, युवाओं, वंचितों एवं पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण के लिए चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचाना है।

 

कार्यक्रम में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की भी उपस्थिति रही। विधायक सैय्यदराजा सुशील सिंह, विधायक मुगलसराय रमेश जायसवाल, विधायक चकिया कैलाश आचार्य, तथा कार्यक्रम अध्यक्ष काशीनाथ सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथियों ने अपने विचार रखे। सभी ने बाबा साहब के विचारों की प्रासंगिकता को रेखांकित करते हुए कहा कि आज समाज को समरसता, समानता और न्याय की दिशा में एकजुट होकर चलने की आवश्यकता है। विधायकों ने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे महिला सुरक्षा, श्रमिक कल्याण, युवाओं के लिए रोजगार प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति, और सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रमों की जानकारी दी और बताया कि सरकार की प्राथमिकता वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाना है।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ताओं, छात्र-छात्राओं, शिक्षकों तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने बाबा साहब के सिद्धांतों को अपनाने और समाज में समानता, शिक्षा और जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। संगोष्ठी के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आयोजकों ने सभी का आभार प्रकट किया और बाबा साहब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।

 

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