
चंदौली। चिकित्साकर्मियों की नियुक्ति मामले में जांच का सामना कर रहे सीएमओ कार्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही चंदौली डीएम संजीव सिंह ने बुधवार को खुली आंखों से देख ली। अपने औचक निरीक्षण में डीएम ने स्टॉक रजिस्टर, जीपीएफ, सर्विस बुक, कैश बुक आदि अभिलेखों का अवलोकन किया। इतनी खामियां पकड़ में आईं कि कार्यालय के स्पेशल ऑडिट का निर्देश जारी कर दिया। पल्स आक्सीमीटर मानक से अधिक भुगतान किये जाने पर जांच के निर्देश दिए।
निरीक्षण में प्रधान सहायक केपी सिंह, वरिष्ठ सहायक अतुल मिश्रा, कनिष्ठ सहायक प्रमोद कुमार पांडेय के पटल की जांच में कैशबुक अपूर्ण रहने व विभागीय कार्यो में गंभीर अनिमितता मिलने पर मार्च माह का वेतन रोकने के साथ ही स्पष्टीकरण जारी करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए। वरिष्ठ सहायक अतुल मिश्रा द्वारा जीपीएफ, सर्विस बुक अपूर्ण रखने पर सख्त चेतावनी देते हुए कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए। बजट की कार्य योजना नहीं बनाए जाने पर जमकर फटकार लगाते हुए सही कार्य योजना बनाते हुए कार्यो को करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने महिला नसबंदी, आशा के मानदेय का अविलंब भुगतान सुनिश्चित करने को कहा। जिलाधिकारी ने जिला लेखा प्रबंधक को बजट की कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है, जिन मदों में भुगतान होना है, भुगतान समय से करा लें किसी भी प्रकार की लापरवाही न हो। लिपिक कर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपनी जिम्मेदारी से परे न रहे। कार्य को गंभीरता से किया जाए अन्यथा विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने जेम पोर्टल से खरीद करने के सख्त निर्देश लिपिक कर्मियों दिए। जिलाधिकारी ने नसबंदी कराने वाले व्यक्तियों से फोन कर क्रास वेरिफिकेशन भी मौके पर किया। कनिष्ठ सहायक को निर्देशित करते हुए कहा कि कैशबुक को अपडेट न रखना कत्तई बर्दाश्त नहीं है।