
चंदौली। यूं तो मां का दर्जा भगवान से भी बड़ा माना जाता है। लेकिन यह मां तो एकदम कलयुगी निकली। जन्म लेते ही बच्ची को गंगा किनारे झाड़ियों में फेंक दिया और भाग निकली। गनीमत थी कि कुछ ग्रामीणों ने उसे ऐसा करते देख लिया। बच्ची आवारा जानवरों का शिकार बनती इसके पहले ही उसे बचा लिया। कैलावर चाौकी प्रभारी उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चहनियां ले गए। फिलहाल तो बच्ची स्वस्थ है लेकिन उसके पालन पोषण के लिए कोई आगे नहीं आया है। घटना बलुआ थाना क्षेत्र के कैलावर चाौकी अंतर्गत महड़ौर गांव के पास की है।
मंगलवार को अपराह्न एक महिला ने नवजात को महड़ौर गांव के पास गंगा नदी के किनारे झाड़ियों में फेंक दिया। वहीं पास में बकरी चरा रहे कुछ लड़कों ने देखा तो भागकर मौके पर पहुंचे और गांव के लोगों को बताया। बच्ची के लिए ग्रामीण और कैलावर चाौकी प्रभारी फरिश्ता बने। गांव की महिलाओं ने बच्ची को साफ सुथरा करने के बाद पुलिस को सूचना दी। बच्ची के शरीर पर चींटियां लिपट गई थीं। कुछ देर और हो जाती तो बड़ा अनर्थ हो जाता। महिलाओं ने निर्दयी मां को खूब कोसा। बहरहाल कैलावर चाौकी प्रभारी शिवमणी त्रिपाठी ने भी तत्परता दिखाते हुए नवजात को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, अपने पैसे से बच्ची को दवा दिलवाई, समय पर इलाज मिल जाने से उसकी जान तो बच गई, लेकिन आगे मासूम का क्या होगा यह बड़ा सवाल है। हालांकि नवजात अभी दूध नहीं पी रही। एसएसआई ने उसे बच्चों के कुशल चिकित्सक के यहां ले जाने की बात कही।