
चंदौली। प्रधानमंत्री सम्मान निधि की तेरहवीं किस्त जल्द ही किसानों के खाते में आएगी। हालांकि इसके लिए उन्हें अपना भूलेख अंकन व ई-केवाईसी कराना अनिवार्य होगा। जिन लाभार्थियों की ओर से प्रक्रिया पूर्ण नहीं कराई जाएगी, उनके खाते में दो हजार की किस्त नहीं जाएगी। ऐसे में समय रहते जल्द से जल्द यह काम करा लें।
जिला कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना दिसम्बर, 2022 से मार्च, 2023 की अवधि हेतु तेरहवी किस्त प्रदत्त की जानी है। तेरहवी किस्त का भुगतान केवल उन्हीं कृषकों को किया जाएगा, जिनके भूलेख अंकन का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा जिन लाभार्थियों ने पीएम किसान पोर्टल पर अपना ई-केवाईसी करा लिया है। साथ ही किसानों के बैंक खातो का आधार कार्ड सीडिंग एवं एनपीसीआई से लिंक होना अनिवार्य है। जिले में 2,14,902 भूलेख अंकन संपन्न किसानों के सापेक्ष 51,904 किसानों ने ई-केवाईसी अवशेष है, जिसे 13वी किस्त के भुगतान के लिए पूर्ण कराया जाना अनिवार्य है। जिले में 2,14,902 भूलेख अंकन सम्पन्न कृषकों के सापेक्ष 71419 कृषकों के बैंक खाते से आधार/एनपीसीआई सीडिंग का कार्य अवशेष है, जिसे 13वीं किस्त के भुगतान के लिए आधार बेस्ड भुगतान किए जाने हेतु इसे पूर्ण कराया जाना अनिवार्य है। जनपद में 2,21,232 कृषकों को 11वीं किस्त प्राप्त हुई थी इसके सापेक्ष 2,14,902 कृषको के भूलेख अंकन का कार्य पूर्ण कराया गया है। अवशेष कृषको में से भूमिहीन एवं मृतक कृषको की संख्या को हटाते हुए अवशेष कृषको का भूलेख अंकन कराया जाना है। भारत सरकार के पोर्टल पर पीएफएमएस रिजेक्टेड जनपद चन्दौली के लगभग 28 हजार लाभार्थी हैं। डीबीटी के लिए कृषको के आधार सीडिंग एवं लाभार्थियो के खाते को इनेबिल्ड एनपीसीआई लिंकिंग कराया जाना आवश्यक है। जनपद में 14771 ओपेन सोर्स पंजीकृत कृषकों का पीएम किसान पोर्टल पर सत्यापन किया जाना अवशेष है जिसे विभिन्न स्तरो से सत्यापित किया जाना है। बताया कि समस्त ग्रामों में ई-केवाईसी अपूर्ण कृषकों की सूची पूर्व में चस्पा करायी जा चुकी है। पुनः ई-केवाईसी से अपूर्ण, भूलेख अंकन अपूर्ण एवं बैंक खाते के आधार पर सीडिंग से अवशेष कृषको की सूची चस्पा कराते हुए 18 एवं 19 जनवरी, 2023 को पंचायती राज विभाग के सहयोग से ग्राम पंचायतो की खुली बैठक सम्पन्न करायी जा रही है। इसमें लाभार्थी कृषको के साथ राजस्व, कृषि विभाग के कार्मिक तथा बैंक एवं जनसेवा केन्द्र के प्रतिनिधि द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। खुली बैठक में कृषकों को ई-केवाईसी, भूलेख अंकन एवं अपने खातों के आधार को सीडिंग कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा। सभी लाभार्थियों से अनुरोध है कि यदि उनका ई-केवाईसी, एनपीसीआई /आधार सीडिंग और भूलेख अंकन अभी तक पूर्ण नहीं कराया गया है, तो इन कार्यक्रमों में पहुचकर अथवा अपने नजदीकी जनसेवा केंद्रों पर जाकर इसे पूर्ण करा लें, ताकि उन्हे 13वीं किस्त प्राप्त करने में समस्या न उत्पन्न होने पाए।