चंदौली। जनपद न्यायाधीश और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सुनील कुमार चतुर्थ के आदेश पर अपर जनपद न्यायाधीश पूर्णकालिक सचिव ज्ञानप्रकाश शुक्ल के मार्गदर्शन में चकिया क्षेत्र के इसहुल गांव में जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें बेटियों की शिक्षा, सम्मान, सुरक्षा व अधिकार को लेकर चर्चा की गई। साथ ही उन्हें सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया।
लीगल एड क्लीनिक चकिया के पारा विधिक वॉलिंटियर रजनीश कुमार ने बताया कि जीवन, शिक्षा और प्यार बेटियों का अधिकार है। लोगों को लड़कियों को बचाना और सम्मान करना चाहिए, क्योंकि वह पूरे संसार का निर्माण करने की शक्ति रखती है। सरकार लड़कियों को बचाने शिक्षित करने के लिए बहुत से कदम उठा रही है। बालिकाओं के जीवन को बचाने के लिए महिलाओं का सशक्तीकरण एक प्रभावशाली तरीका है। पारा लीगल वालंटियर अंजु शर्मा ने बताया कि एक बेटी को प्रत्येक क्षेत्र में समान अवसर देने की जरूरत है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सफल बनाने के लिए हम सभी को आगे आना होगा। पीएलबी प्रेम कुमार ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना सुमंगला योजना लागू किया गया है। पैरा लीगल वालंटियर दिनेश कुमार ने कहा कि अभियान के मूल उद्देश्य में समाज में फैले गंभीर लैंगिक असमानता को दूर करना है और महिलाओं की संख्या बढ़ाने के साथ बालिकाओं को भी बालकों के बराबर समान अवसर उपलब्ध कराना है। उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस दौरान सोनी देवी, रवि कुमार, लालती देवी वडकू राम वकील कुमार, मुराही देवी, शिवकुमार, राधिका देवी, वलीराम आदि उपस्थित रहे।