
संवाददाताः तरुण भार्गव
चंदौली। चकिया विकास खंड के ग्राम सभा गरला स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही है। शिक्षक लेट-लतीफ रहते हैं और स्कूल खोलने और बंद करने की जिम्मेदारी विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रों के जिम्मे रहती है। शुक्रवार को भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जो सरकारी शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल रहा था।
शुक्रवार की सुबह स्कूल खुलने के निर्धारित समय तय 146 नामांकित बच्चों के सापेक्ष एक दर्जन बच्चे विद्यालय में नजर आए। सहायक अध्यापक नदारत थे। विद्यालय खुलने के समय के तकरीबन एक घंटे बाद कुछ बच्चे चाबी लेकर आए और विद्यालय के कमरों का ताला खोला। कुछ समय बाद आईं एकमात्र अनुदेशिका ने बताया कि विद्यालय के हेडमास्टर इस समय चिकित्सकीय अवकाश पर है तथा प्रभारी के रूप में साधना सिंह सहायक अध्यापिका को चार्ज दे गए हैं। काफी देर बाद भी दोनों सहायक अध्यापक स्कूल नहीं पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय की यह रोज की कहानी है। अध्यापक समय से स्कूल नहीं आते तो बच्चे भी पढ़ने नहीं जाते। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे।