चंदौली। कहने को तो एशिया का सबसे बड़ा रेलवे यार्ड लेकिन दुर्व्यवस्थाएं इतनी की पूछिए ही मत। डीडीयू जंक्शन (DDU Junction) का यात्री विश्रामालय अनैतिक गतिविधियों का अड्डा बनता जा रहा है। लेकिन इससे न तो महकमे के अधिकारियों को फर्क पड़ता है ना ही रेलवे सुरक्षा तंत्र के कान पर जूं रेंगती है। ऐसे ही एक मामले में रेल यात्री डा. मनीष मिश्रा ने दुर्व्यवस्थाओं की पोल खोली और उच्चाधिकारियों तक शिकायत दर्ज कराने के साथ ही रेल मंत्री से कार्रवाई की मांग की है।
भ्रष्टाचार मुक्त भारत से जुड़े डा. मनीष मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने डीडीयू जंक्शन पर डोरमेट्री बुक की। किसी भी बेड पर मोबाइल चार्जिंग की व्यवस्था नहीं दी गई है। पूरी रात कमरे में बाहरी लोगों का आना जाना लगा रहा। शिकायत पर बताया गया कि सभी रेलवे के स्टाफ हैं। लेकिन स्टाफ का रजिस्टर में रिकार्ड तक नहीं है, जो नियमतः होना चाहिए। विश्रामालय वहीं यात्री बुक करा सकते हैं जो कम से कम 500 किमी या इससे अधिक की यात्रा पर निकले हों। लेकिन यहां नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। कोई भी बाहरी व्यक्ति इसमें आसानी से रुक सकता है जो रेल की सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद संवेदनशील है। सूत्रों की माने तो रेलवे के यात्री विश्रामालय में कई तरह की अनैतिक गतिविधियां भी होती हैं। लेकिन जीआरपी और आरपीएफ कभी सीसी टीवी फुटेज चेक नहीं करती ना ही कभी सुरक्षा की कायदे से जांच करती है।