
चंदौली। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत आयोजित छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यालय पर बुधवार को हुई। उपायुक्त उद्योग गौरव मिश्रा ने फीटा काटकर इसका शुभारंभ किया। प्रशिक्षुओं को नाई व दर्जी की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इस अवसर पर ओडीओपी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकीं 50 महिलाओं को प्रमाणपत्र दिया गया।
इस दौरान उद्योग उपायुक्त ने कहा कि पुरूषों के साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर भी सरकार का पूरा जोर है। सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं को सिलाई मशीन दी जाएगी। ताकि स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर बन सकें। इससे महिला घर बैठे सिलाई कर अतिरिक्त आय कर सकती हैं। कहा कि मुफ्त सिलाई मशीन योजना का मुख्य उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमज़ोर महिलाओ की मदद की जा सके। केंद्र व प्रदेश सरकारों ने ऐसी महिलाओं को सिलाई का प्रशिक्षण व सिलाई मशीन देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम कर रही है। कहा कि परंपरागत हस्तशिल्पियों, कारीगरों को सम्मान देने, उनको स्वावलंबी बनाने और आत्मनिर्भर बनाने का सिलसिला चलता आ रहा है। सरकार महिलाओ को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना चाहती है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। महिलाओं की स्थिति में सुधार आ रहा है। ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को इस योजना के अंतर्गत शामिल किया जा रहा है। इस अवसर पर यूपी कान/जिला समन्वयक रामचंद्र, समाज सेवी राम मनोहर, मास्टर ट्रेनर शना, शिखा विश्वकर्मा, मांयती, किरन द्विवेदी, महिमा राधिका, कार्यक्रम संयोजक अवधेश कुमार श्रीकांत राहुल तिवारी सतीश कुमार आदि रहे।