
चंदौली। शहाबगंज के मसाई ग्राम में श्री वत्सेश्वर महादेव सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस में कथा व्यास श्री शिवम शुक्ला जी महाराज ने माता सती के चरित्र का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान शिव मां सती के साथ अगस्त ऋषि के आश्रम में श्री राम कथा सुनने गए थे। अगस्त ऋषि ने उनका पूजन कर स्वागत किया, जिससे माता सती को संदेह हुआ कि व्यास होते हुए भी वे उनका पूजन क्यों कर रहे हैं। इसी संदेहवश सती ने राम कथा नहीं सुनी, जबकि भगवान शिव कथा में तल्लीन रहे।
कथा में बताया गया कि जब भगवान शिव और माता सती कैलाश पर्वत की ओर लौट रहे थे, उस समय उन्होंने देखा कि भगवान श्रीराम वन में माता सीता की खोज कर रहे हैं। भगवान शिव ने सच्चिदानंद स्वरूप श्रीराम को प्रणाम किया, लेकिन माता सती को संदेह हुआ कि जो अपनी पत्नी को नहीं खोज पा रहे, वे परम ब्रह्म कैसे हो सकते हैं? भगवान शिव ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, परंतु सती ने स्वयं परीक्षा लेने का निश्चय किया। उन्होंने माता सीता का रूप धारण कर भगवान श्रीराम की परीक्षा ली, परंतु श्रीराम ने उन्हें तुरंत पहचान लिया और प्रणाम किया।
जब सती वापस लौटीं, तो भगवान शिव ने उनसे परीक्षा के विषय में पूछा, लेकिन सती ने झूठ कह दिया। भगवान शिव ने ध्यान कर सब जान लिया और मन ही मन सती का परित्याग कर दिया। बाद में जब सती के पिता दक्ष ने यज्ञ का आयोजन किया और भगवान शिव को निमंत्रण नहीं भेजा, तो माता सती यज्ञशाला में पहुंचीं। वहां भगवान शिव का कोई भाग न देखकर वे अत्यंत क्रोधित हो गईं और योग अग्नि में स्वयं को भस्म कर दिया।
नारद जी से यह समाचार पाकर भगवान शिव अत्यंत क्रोधित हुए और अपनी जटा से वीरभद्र को प्रकट कर दक्ष यज्ञ का विध्वंस करने का आदेश दिया। वीरभद्र ने दक्ष को यज्ञ सहित नष्ट कर दिया। बाद में देवताओं की प्रार्थना पर भगवान शिव ने यज्ञ को पूर्ण कराया और दक्ष को पुनर्जीवित किया। कथा व्यास ने कहा कि जो भी व्यक्ति भगवान शिव और भगवान हरि की निंदा करता है, उसका कल्याण नहीं होता। साथ ही, उन्होंने समाज में पुत्र-पुत्री के बीच भेदभाव न करने का संदेश दिया।
शनिवार की कथा का दीप प्रज्वलन केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के कुलाधिपति एवं आरएसएस काशी क्षेत्र के विभाग संघचालक डॉ. जे. पी. लाल जी द्वारा किया गया। व्यासपीठ का सम्मान वरिष्ठ भाजपा नेता सियाराम पाठक, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद तिवारी, प्रबंधक अश्वनी तिवारी, किसान मोर्चा भाजपा के जिला उपाध्यक्ष अजीत पाठक सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। समाजसेवी डॉ. गीता शुक्ला ने भी व्यासपीठ का सम्मान किया। इस पावन अवसर पर सर्वेश्वरानंद पांडेय, डॉ. उमेश सिंह, हर्ष सिंह, राम विलास पांडेय, प्रेमशंकर पांडेय, अजय उपाध्याय, विजयी यादव, विनोद यादव सहित कई क्षेत्रवासी कथा में सम्मिलित हुए।